गाजीपुर: भाजपा के विधायकों ने उठाया भ्रष्टाचार का मुद्दा, अधिकारियों के छूटे पसीने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर शासन द्वारा प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की राइफल क्लब में निर्धारित पहली बैठक में ही जिस तरीके से न सिर्फ विरोधियों बल्कि भाजपा के विधायकों ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया उससे अधिकारियों के पसीने छूट गए। आला अधिकारियों के समक्ष संबंधित विभागों की एक-एक कर कलई खुलने लगी तो जवाब देते नहीं बन रहा था। बहरहाल किसी तरह अधिकारियों ने पहली बार कम तैयारी व सबको न जानकारी होने का हवाला देते हुए पिड छुड़ाने की कोशिश की लेकिन जनप्रतिनिधियों ने अगली बार और कड़ाई से क्लास लेने का हवाला देते हुए चैन न लेने की चेतावनी संग मंसूबा साफ कर दिया है।
बैठक की शुरुआत हुई तो अधिकारियों को भान तक नहीं रहा होगा कि वह ऐसे घिरेंगे। विरोधी दलों ने आवाज उठाया तब तक तो गनीमत थी पर जब खुद सदर से संगीता बलवंत और जमानियां से विधायक सुनीता सिंह ने अपनी सरकार में ही कथित भ्रष्टाचार पर प्रहार किए तो सभी हक्के-बक्के रह गए। बिजली, पीडब्ल्यूडी, आवास में घुसखोरी व स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण सहित तमाम विभागों में तर्क और प्रमाण के साथ भ्रष्टाचार पर हमला बोला। विधायक सुनीता सिंह ने जिलाधिकारी से अपने क्षेत्रों में बनाए गए शौचालय, नाली, आवास, छोटी-छोटी सड़कों के निर्माण की जांच की मांग की।
राशन कार्ड में एक बार नाम चढ़ने के बाद दोबारा नाम हटाने एवं पैसे लेकर नाम चढ़ाने की भी शिकायत भी की। गांव में तालाबों पर कब्जा, नालियों पर सीढ़ी बनाकर कब्जा की शिकायत मिली है। इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कराकर कार्रवाई करने को कहा गया। भदौरा-देवल रोड पर नाली का कार्य पूर्ण न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्टेड करते हुए री-टेंडर कराते हुए कार्य पूर्ण कराने को कहा। विधायक डा. संगीता बलवंत ने जर्जर हो चुके क्षेत्र के मैनपुर, गोड़ा-फुल्लनपुर गांव, माउंट लिट्रा जी स्कूल से खजुरियां रोड की मरम्मत कराने तथा पिछले एक साल में बनी सड़कों की सूची उपलब्ध कराने को कहा।
उन्होंने जिलाधिकारी से जनपद में एक फल मंडी निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने कहा। एमएलसी प्रतिनिधि पप्पू सिंह ने बिजली आपूर्ति और सुधारने व शासन द्वारा निर्धारित समय के अंदर ट्रांसफार्मर बदलवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने की वकालत की। कहा कि जनता को जवाब देना पड़ता है। बैठक में जनप्रतिनिधिगण द्वारा स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, लोक निर्माण, बेसिक शिक्षा, विद्युत, ग्राम्य विकास विभाग नगर विकास विभाग से संबंधित कराए गए कार्याें की भी समीक्षा की गयी।
इस पर जिलाधिकारी ने शीघ्र गुणवत्तापूर्ण कार्य कराते हुए निस्तारण कराने का आश्वासन दिया। बैठक में विधायक जहूराबाद प्रतिनिधि रामजी राजभर, एमएलसी प्रतिनिधि पप्पू सिंह, सांसद बलिया प्रतिनिधि प्रमोद राय, विधायक सैदपुर प्रतिनिधि मोती चंद्र पासी, सांसद गाजीपुर प्रतिनिधि बलिराम पटेल, जिलाधिकारी के. बालाजी, पुलिस अधीक्षक डा. अरविद चतुर्वेदी, मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया एवं जनपद स्तरीय अधिकारी थे।
भ्रष्टाचार के मामलों से अधिकारियों को अवगत कराया गया। भले ही अपनी सरकार हो लेकिन छिपाने से बातें और बिगड़ेंगी। ऐसे में हम लोगों ने अपनी बातों को खुलकर रखा। अगली बैठक में संबंधित विभाग ही नहीं जिलाधिकारी से भी बकायदा जवाब चाहिए यह साफ कर दिया गया है।
जितने भी मामले उठे हैं उसे बेहद गंभीरता से लिया गया है। कई मामलों में तो बकायदा जांच चल भी रही है। अधिकारियों की संख्या पर्याप्त न होने की वजह से जांच चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है। अन्य मामलों में भी संबंधितों को हिदायत दी गई है। शासन के मंशानुरूप काम न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।