गाजीपुर: राजस्व विभाग का खेल, 10 माह पूर्व मृत व्यक्ति के खाते में भेज दिया 23 लाख रूपये का मुआवजा चेक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जो वाराणसी से गोरखपुर तक फोरलेन सड़क बना रही है। सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण कर मुआवजा देने में राजस्व विभाग का नये किस्से आये दिन चर्चा में आ जाते है। सीएम योगी के पारदर्शी नीतियो को ठेंगा दिखाते हुए गाजीपुर का राजस्व विभाग 10 महीने पहले मृत व्यक्ति के खाते में मुआवजा भेंजकर एक बार फिर भ्रष्टाचार का किर्तिमान स्थापित किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मरदह क्षेत्र के नसरतपुर ग्राम में दूधनाथ पुत्र तेजू की गाटा संख्या 1183 की जमीन व बना मकान फोरलेन के लिए अधिग्रहण किया गया था।
क्लर्क के आलमारी के चक्रव्यूह में दूधनाथ की फाइल घूमती रही और मुआवजा पाने के आस में दूधनाथ की मृत्यु लगभग 10 माह पूर्व में हो गयी। इसके बाद गांव के चौधरी टाइप के नेता व राजस्व विभाग के क्लर्को के बीच साठ-गाठ हुई और आठ अगस्त को लगभग 23 लाख रूपये का चेक जारी कर दिया गया। इस संदर्भ में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व ने पूर्वांचल न्यूज डॉट काम को बताया कि पुरानी फाइल होगी, जिसमें आपत्ति लगा होगा, आपत्ति निस्तारण के बाद चेक जारी हो गया होगा। बैंक से उसके वारिश पैसा ले लेंगे। फिर भी इस मामले को हम जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।