गाजीपुर: अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर काम कर रहा बीएसएनल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लचर प्रबंधन एवं चौपट नेटवर्क के चलते बीएसएनएल उपभोक्ताओं को खून के आंसू रुला रहा है। आए दिन बैंक, रेलवे आदि में लिक फेल होने से लोगों का काफी समय व धन बर्बाद हो रहा है। विभागीय कुप्रबंधन के चलते लोग निजी नेटवर्क का सहारा ले रहे हैं। विभाग ने उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए 392 बीटीएस (बेस ट्रांसीवर स्टेशन) लगाए जरूर हैं लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही ने मजाक बनाकर रख दिया है।
भारत दूर संचार निगम लिमिटेड विभाग का नेटवर्क अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर काम कर रहा है। भरपूर कर्मचारियों की संख्या एवं आधुनिक संयत्रों से सुसज्जित विभाग होने के बावजूद इसका नेटवर्क लोगों को परेशान कर रहा है। रोजाना नेटवर्क फेल होने से मोबाइल के डेढ़ लाख और नेट के करीब सात सौ उपभोक्ताओं को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। काफी शिकायतों के बाद भी विभाग अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश नहीं कर रहा है। कोई दिन ऐसा नहीं होता जिस दिन उपभोक्ता विभाग को कोसने से बाज आते हों।
नेटवर्क फेल, लोग परेशान
जखनिया : स्थानीय कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों मे दूसरे दिन शुक्रवार को भी बीएसएनएल का नेटवर्क फेल होने से लोग परेशान हो गए हैं। बीएसएनएल का नेटवर्क नहीं होने से इंटरनेट सेवा भी बंद हो गई है। यूनियन बैंक भारतीय जीवन बीमा निगम तहसील कार्यालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों का कार्य पूरी तरह से ठप रहा । यूनियन बैंक में दो दिनों से नेटवर्क फेल होने से दूर दराज से आने वाले ग्राहकों को बिना भुगतान पाए ही वापस जाना पड़ा। वहीं तहसील में आय जाति निवास जैसे आवश्यक कार्य के प्रमाण पत्र के साथ ही आवश्यक कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं ।
गौरतलब है कि बदलते परिवेश में अधिकांश सरकारी सेवाएं नेटवर्क से जुड़ी हैं। इसके फेल होते ही सारे कामकाज बंद हो जाते हैं। मोबाइल फोन के उपभोक्ता तो निजी कंपनियों के काम चला लेते हैं। कस्बा के अशोक दिनेश विनोद ने कहा कि निजी कंपनियों की व्यवस्था भी बीएसएनएल से जुड़ी है परंतु वे कभी खराब नहीं होते। विभागीय कर्मियों की लापरवाही के चलते आए दिन नेटवर्क होने की समस्या बनी रहती है जिससे उपभोक्ता भी ऊब गए हैं।
शिकायत आने पर दूर की जाती है समस्या
ब्राडबैंड की बेहतर नेटवर्क सुविधा का ध्यान रखा जाता है। अधिकतर तो ब्राडबैंड सही काम करता है । अगर कहीं कोई खराबी आ जाती है तो उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है।
- निर्मल राम, टीडीएम, बीएसएनएल गाजीपुर ।