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गाजीपुर: राज्यकर्मी तेवर दिखाए, हरकत में आई पुलिस, कर्मचारी नेता को धमकी देने वाला गया जेल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बिजली विभाग के कर्मचारी नेता निर्भय नारायण सिंह को फोन पर धमकी देने के मामले में लापरवाह बनी पुलिस को कर्मचारियों के तेवर देख हरकत में आना पड़ा। धमकी देने वाले मनबढ़ युवक रविकांत मिश्र उर्फ बड़क को पकड़ कर धारा 151 में चालान किया। सदर एसडीएम ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

बड़क ने बीते 15 अगस्त को फोन कर गालियां और जान से मारने की धमकी दी थी। निर्भय नारायण ने उसके फोन नंबर के साथ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। पूछने पर विभागीय कर्मियों को पुलिस बताती रही कि बड़क लखनऊ में है। उसके लौटने के बाद उससे पूछताछ होगी। इसी बीच बड़क शहर में बेखौफ घुमता दिखा। तब बुधवार को पीड़ित कर्मचारी नेता निर्भय नारायण सिंह को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का प्रतिनिधिमंडल पुलिस कप्तान से मिला। चेताया कि अगर आरोपित की शीघ्र गिराफ्तारी नहीं हुई तो फिर जिले भर के सरकारी कार्यालयों तालाबंदी कर राज्य कर्मी हड़ताल पर चले जाएंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने शहर कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया। प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी में सीओ सिटी ने विवेचक की फोन पर ठीक से क्लास ली। पुलिस कप्तान ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी होगी। प्रतिनिधिमंडल में परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव, विवेक कुमार सिंह शम्मी के अलावा बालेंद्र  त्रिपाठी, श्रीकांत राय,  अभय सिंह, राकेश, देवेंद्र मौर्य, विजय शंकर राय, विनय तिवारी, जितेंद्र सिंह, प्रवीण सिंह, संजय यादव आदि थे। उसके पहले बिजली विभाग के इंजीनियर निर्भयनारायण सिंह को लेकर डीएम के बालाजी से मिला। डीएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस मामले में प्रशासन सख्ती बरतेगा। बाद में वह लोग पुलिस कप्तान से भी मिले।

जेल भेजा गया रविकांत मिश्र उर्फ बड़क मूलतः मिश्रवलिया थाना करीमुद्दीनपुर का रहने वाला है। शहर कोतवाल धनंजय मिश्र ने एक सवाल पर बताया कि पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। उसमें सुसंगत धाराएं दर्ज की जाएंगी। हालांकि रविकांत उर्फ बड़क ने जेल जाने से बचने के लिए अपनी राजनीतिक पहुंच और प्रभाव का इस्तेमाल करने की भरसक कोशिश की। उसके लिए भाजपा की विधायक के भतीजे ने निर्भय नारायण सिंह पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन उसके संदेशवाहक को निर्भय नारायण सिंह ने दो टूक जवाब दे दिया।
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