गाजीपुर: रेलवे की दादागिरी, यात्रियों के शौच पर पाबंदी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जमानियां इसे रेलवे की दादागिरी नहीं तो और क्या कहा जाय कि पटना-पीडीडीयू रेल खंड पर चलने वाली मेमो पैसेंजर ट्रेन के शौचालयों के गेट को वेल्डिग कर बंद कर दिया गया है। इससे मेमो ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को जलालत झेलनी पड़ रही है। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों का तो हाल बुरा है। यह किसके आदेश पर हुआ है, यह बताने वाला तक कोई नहीं है। अलबत्ता हास्यास्पद तर्क यह कि पैसेंजर यात्री जागरूक नहीं होते लिहाजा साफ-सफाई रखने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है।
पटना से पीडीडीयू की दूरी 212 किलोमीटर है। इसे तय करने में पैसेंजर ट्रेनों को छह से आठ घंटे लग जाते हैं। ऐसे में इन गाड़ियों में सफर कर रहे यात्री को शौच के लिए ट्रेन के किसी स्टेशन पर ट्रेनों के रुकने का इंतजार करना पड़ता है। उसके सामने एक ही उपाय होता है ऐसी स्थिति में कि वह यात्रा पूरी किए बगैर ट्रेन छोड़ दे।
अटकी रहती हैं सांसें
पटना से पीडीडीयू रूट पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें मेट्रों की तर्ज पर चलाई जाती है। ट्रेनों के आने के पहले ही सिग्नल हरा कर दिया जाता है। ऐसे में चाहकर भी यात्री ट्रेनों से शौच क्रिया करने के लिए नहीं उतर पाते हैं। रेल यात्रियों द्वारा इसकी शिकायत कई बार रेलवे के उच्चाधिकारियों से की गई लेकिन रेल अधिकारियों पर इन शिकायतों का कोई असर नहीं पड़ा जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
अधिकारियों से करेंगे वार्ता
दानापुर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी संजय प्रसाद ने बताया की मेमो पैसेंजर ट्रेन के शौचालय को रेलवे द्वारा इसलिए लाक किया गया है कि इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता की कमी होती है। यात्री शौचालयों में शौच कर गंदगी फैला देते हैं। यह व्यवस्था यही नहीं अन्य मंडलों में भी है। इस संबंध में अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।