गाजीपुर: जमीन विवाद में नहीं आबरू लूटने की कोशिश में मारा गया था संतोष राजभर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भांवरकोल थाने के मनिया गांव में युवक संतोष राजभर की हत्या जमीन विवाद में नहीं बल्कि घर में घुस कर महिला की आबरू लूटने की कोशिश में हुई थी। इस घटना में मुख्य अभियुक्त सहित सभी चार अभियुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ गए। एएसपी ग्रामीण चंद्रप्रकाश शुक्ल ने शुक्रवार की दोपहर एसपी ऑफिस में सभी अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि संतोष मनबढ़ किस्म का युवक था। उसके परिवार की मुख्य अभियुक्त सुनील राजभर के परिवार से भूमि विवाद चल रहा था। उसी बीच घटना से करीब दस दिन पहले संतोष रात के पहर सुनील के घर में घुस कर उसकी पत्नी की आबरू लूटने की कोशिश की थी। इसकी शिकायत सुनील ने संतोष के मां और पिता से की, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। बल्कि उल्टे रास्ते में आते-जाते सुनील को देख कर संतोष उस पर ताने मारता। फुहड़ गाना गाता।
इससे आजिज आकर सुनील ने खौफनाक फैसला लिया और अपने साथियों के साथ संतोष का काम तमाम करने का प्लान बनाया। प्लान के तहत बीते 21 अगस्त की रात संतोष शौच कर घर लौट रहा था। तब पहले से घात लगाए सुनील और उसके स्वजातीय साथी कृष्णा उर्फ बुड्ढा, अजय व मन्नू उस पर पिल पड़े। फावड़े की बेंत से सिर पर जोरदार प्रहार कर उसे मौत की नींद सुला दिए। उसके बाद वहां से वह भाग गए। एएसपी ग्रामीण ने बताया कि गुरुवार की शाम करीब पांच बजे एसएचओ भांवरकोल शैलेश यादव और उनकी टीम ने उन्हें भांवरकोल तिराहे से पकड़ा। तब वह कहीं अन्यत्र भागने के फेर में थे।
मालूम हो कि घटना के बाद संतोष के पिता हृदय नारायण ने इस मामले में सुनील के अलावा दीनानाथ राजभर तथा उनके दो बेटे अजय तथा शिवकुमार सहित श्यामलाल राजभर व उनका बेटा मन्नू के अलावा सुनील तथा विशाल के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। कारण भूमि विवाद बताया था, लेकिन पुलिस ने विवेचना शुरू की तो हकीकत सामने आई। उसमें दीनानाथ, शिवकुमार, श्यामलाल व विशाल बेकसूर पाए गए। एएसपी ग्रामीण ने बताया कि घटना में प्रयुक्त फावड़े की बेंत भी बरामद हो गई है।