गाजीपुर: पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढे में दो डूबे, एक कुंए की जहरीली गैस से मौत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बरेसर थाना क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग समय में किशोर सहित तीन लोगों की जान गई। इनमें दो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गड्ढे में जमा बारिश के पानी में डूबे, जबकि तीसरा कुंए की जहरीली गैस की चपेट में आया।
दहेंदू गांव का किशोर अमरजीत मोर्य (14) पुत्र अयोध्या मोर्य मंगलवार की शाम चार बजे घर से खेलने के लिए निकला था। रास्ते में उसकी अपने पिता से मुलाकात भी हुई। पिता को वह बताया कि शौच के लिए जा रहा है, लेकिन देर शाम तक नहीं लौटा तब घरवाले तलाश शुरू किए। किसी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए खोदे गए गड्ढे में जमा बारिश के पानी की डंडे से गहराई नाप रहा था। घरवाले उस गड्ढे में उतरे, लेकिन अमरजीत का पता नहीं चला।
सुबह तिराहीपुर गांव से मछुवारों को बुलाया गया। वह गड्ढे के पानी में जाल डाले। तब उसकी लाश जाल में फंसकर बाहर आई। अयोध्या के दो बेटों सहित चार संतानों में अमरजीत दूसरे नंबर पर था। उधर बुढ़नपुर नहवा गांव के फूलचंद बिंद (55) की लाश सुबह गांव के बगल में ही पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढे के पानी में उतराई मिली। उसके एक हाथ में टार्च और दूसरें में कुछ नोटें थीं। वह मंगलवार की शाम घऱ से निकला था। ग्रामीणों के मुताबिक फूलचंद शऱाब का आदती था। संभव हो कि रात में कहीं से लौटते वक्त नशे में पानी भरे गड्ढे में चला गया हो। एसओ बरेसर राजाराम ने कहा कि मौत की असल वजह पीएम रिपोर्ट से सामने आएगी। तीसरी घटना भूपतिपुर गांव के पास की है।
हुसेनाबाद गांव का मनोज राजभर(38) भूपतिपुर गांव के समीप मंदिर के कुंए में विरेंद्र यादव के गिरे मोबाइल फोन निकालने के लिए सुबह आठ बजे उतरा था, लेकिन कुंए में जहरीली गैस की चपेट में आ गया। उसके बचाव में शैलेंद्र यादव(25) तथा ओमप्रकाश राम (22) कुंए में उतरे और वह भी जहरीली गैस के कारण अचेत हो गए। तब ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। एसओ बरेसर मौके पर पहुंचे। मामले की नाजुकता समझ उन्होंने फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलवाए। बावजूद देर से पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवानों ने कुंए में पानी भरा। तब वह तीनों ऊपर उतराए, लेकिन तब तक मनोज राजभर का दम घूंट चुका था, जबकि शैलेंद्र व ओमप्रकाश को अचेतावस्था में इलाज के लिए मऊ भेजा गया। मनोज राजभर दृष्टिहीन था, लेकिन कुंए में उतरने में माहिर था। मालूम हो कि इसके पहले भी क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढे के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई थी।