गाजीपुर: दो साल पहले पुलिस हिरासत से फरार खूंखार डकैत आखिर चढ़ गया हत्थे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर दुल्लहपुर दो साल पहले पुलिस हिरासत से भागा खूंखार डकैत शफीक नट उर्फ करिया आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दुल्लहपुर पुलिस को यह कामयाबी रविवार की शाम उसके गांव जलालाबाद में मिली। करिया पुलिस हिरासत से फरारी के बाद लुक-छिप कर दुल्लहपुर इलाके में ही रहता था। हालांकि ढलती उम्र उसके अपराध में आड़े आने लगी थी। आजीविका के लिए वह पशुओं की खरीद-फरोख्त का काम करने लगा था। एसओ दुल्लहपुर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि करिया नट के खिलाफ गाजीपुर सहित मऊ के कई थानों में करीब 40 मामले दर्ज हैं।
करीब तीन दशक पूर्व करिया नट जरायम की दुनिया में कदम रखा था। उसका कार्यक्षेत्र दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के अलावा मऊ के चिरैयाकोट सहित अन्य सीमावर्ती क्षेत्र में था। पूर्व में उस पर 20 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित था। उसके बाद मऊ पुलिस उसे पकड़ कर लौट रही थी कि दुल्लहपुर रेलवे क्रासिंग बंद होने के कारण मौका बनाया। वह पुलिस कर्मियों को धक्का देकर उनके वाहन से कूद कर भाग गया था। करिया नट के दुस्साहसिक वारदातों के किस्से आज भी क्षेत्र में सुनने को मिल जाते हैं। करिया को सोमवार को दुल्लहपुर पुलिस ने मऊ कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे मऊ जेल भेज दिया गया।
जिलाबदर गुंडा भी गया जेल
दुल्लहपुर। जिलाबदर गुंडा दिलशाद उर्फ लड्डन को शनिवार की रात अपने पुराने घर जलालाबाद में छिपा मिला। पुलिस बीते लोकसभा चुनाव के वक्त 19 मार्च को उसे गुंडा एक्ट में निरुद्ध की थी। कुछ दिनों तक वह जिला छोड़ा था, लेकिन फिर लौट घर में आकर रहने लगा था। इस सूचना पर एसओ दुल्लहपुर राकेश त्रिपाठी ने उसके घर छापा मारा था।