गाजीपुर: दो प्रधानाध्यापक निलंबित, 10 शिक्षकों का रोका वेतन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर अपना विद्यालय बंद कर गायब रहने वाले व वित्तीय अनियमितता करने वाले दो प्रधानाध्यापकों का बीएसए ने निलंबित कर दिया है। वहीं विद्यालय में अनुपस्थित रहने वाले 10 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। यह कार्रवाई पिछले दिनों सभी खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा कराई गई विद्यालयों की चेकिग रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार जोरशोर से लगी हुई है। सभी शिक्षकों को समय से विद्यालय में उपस्थित होकर सुचारू रूप से पठन-पाठन करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इस क्रम में पिछले सप्ताह बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को विद्यालयों की आकस्मिक चेकिग करने का निर्देश दिया। सदर ब्लाक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय जमालपुर की प्रधानाध्यापक गीता त्रिपाठी ने सभी बच्चों का शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की है जबकि ऐसा नहीं होता। मौके पर केवल 18 बच्चे उपस्थित मिले, बाकी गायब थे। वहीं उन पर वित्तीय अनियमितता का भी आरोप लगा है। इसी क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय पिडारी बाराचर के प्रभारी प्रधानाध्यापक अशोक कुमार पांडेय 16 जुलाई को विद्यालय बंद कर गायब थे। इन दोनों प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया है।
इनका रोका वेतन
1- प्रीति सिंह, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय परतापीपुर सैदपुर।
2- देवव्रत कुमार विश्वास, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय परतापीपुर सैदपुर।
3- चंद्रिका सिंह यादव, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय गजाधरपुर सैदपुर।
4- रामसहाय सिंह यादव, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय मलौरा सादात।
5- प्रेमशीला देवी, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय मलौरा सादात।
6- सुनीता मौर्या, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय चुरामनपुर जखनियां।
7- नरेंद्र कुमार वर्मा, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय चुरामनपुर जखनियां।
8- सुरेंद्र राम, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय चुरामनपुर जखनियां।
9- नम्रता कुमारी, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय बिथरिया जखनियां।
10- नित्यानंद गिरी, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय चुरामनपुर जखनियां।
पिछले दिनों खंड शिक्षाधिकारियों संग किए गए औचक निरीक्षण के दौरान 10 शिक्षक अनुपस्थित मिले, उनका वेतन रोका गया है। एक प्रधानाध्यापक विद्यालय बंद कर गायब थे और दूसरे प्रधानाध्यापक वित्तीय अनियमितता की थी। इन दोनों को निलंबित कर दिया गया है। शासन के सख्त निर्देश के बाद भी कुछ शिक्षक अपनी मनमानी पर उतारू हैं। अब यह सब नहीं चलने वाला है। अनुपस्थित रहने वाले व कम उपस्थिति वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। - श्रवण कुमार, बीएसए।