गाजीपुर: पुलिस ने पेश की ईमानदारी की नजीर, लौटाई गिरे डेढ़ लाख रुपये
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बाराचवर आमतौर पर पुलिस का नाम आते ही उसकी बदनुमा छवि जेहन में उभर आती है, लेकिन बाराचवर चौकी पुलिस और यूपी-100 की टीम ने ईमानदारी की ऐसी नजीर पेश की है कि हर ओर उसकी प्रशंसा हो रही है।
वाकया कुछ यह है। अंधौरा गांव के रहने वाले पूर्व प्रधानाचार्य राधामोहन सिंह बिकाऊ बाराचवर चट्टी पर अपना मकान बनवा रहे हैं। उनके भाइयों ने पानी निकासी को लेकर विवाद खड़ा कर दिया। मामला पुलिस तक पहुंचा। सोमवार की सुबह यूपी-100 की टीम मौके पर पहुंची। बिकाऊ सिंह को साथ बाराचवर पुलिस ले गई। वहां सभी भाइयों को बैठा कर विवाद हल कराया गया। उसके बाद यूपी-100 की पुलिस टीम बिकाऊ को अपनी गाड़ी से उनके निर्माणाधीन मकान पर छोड़ी। उसके पहले रास्ते में बिकाऊ सिंह की जेब से रुपये का पॉलीथीन का बैग उसी गाड़ी में गिर गया। उसका अंदाजा उन्हें नहीं मिला।
उधर यूपी-100 की दूसरी शिफ्ट शुरू हो गई थी। उस टीम के इंचार्ज रमाकांत वर्मा की नजर गाड़ी की बीच की सीट पर रुपये वाले पॉलीथीन के बैग पर पड़ी। वह अनुमान लगाए कि पहली टीम के वह रुपये होंगे। इसकी पुष्टि के लिए उस टीम के इंचार्ज रामचंद्र सोनकर ने रुपये के प्रति अनभिज्ञता जताई। उसके बाद रमाकांत वर्मा ने वह रुपये बाराचवर चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह को सुपुर्द कर दिए।
इधर जब शाम को बिकाऊ सिंह मजदूरों का हिसाब करने के लिए अपनी जेब में हाथ डाले तो रुपये वाला पॉलीथीन बैग गायब पाकर पसीना छोड़ने लगे। अपने स्तर से उसे ढूंढ़े। फिर उन्हें लगा कि हो सकता है रुपये वाला बैग यूपी-100 की गाड़ी में गिरे हों। इस उम्मीद से वह बाराचवर पुलिस चौकी पहुंचे। चौकी इंचार्ज उनकी बात से संतुष्ट होने के बाद रुपये लौटा दिए। उस मौके के गवाह बने पूर्व सरपंच रामसुमेर यादव, प्रभूनाथ, लेखपाल पिंटू सैनी वगैरह। कुल एक लाख 48 हजार रुपये थे। सभी नोट दो हजार के थे।