गाजीपुर: हर-हर महादेव के उद्घोष से गुंजायमान हुए शिवालय
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर देवाधिदेव महादेव की आराधना का महापर्व बुधवार से आगाज हो गया। झारखण्ड स्थित बैजनाथ धाम (बाबा धाम) मंदिर में जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में शिवभक्त रवाना हुए। इनमें गाजीपुर समेत दिलदारनगर, भांवरकोल, देवकली आदि स्थानों के शिवभक्तों ने बाबा धाम ने बाबा धाम की राह पकड़ी। हर-हर महादेव का जयघोष लगाने के बाद विभिन्न साधनों बस, निजी वाहन व ट्रेन से बाबा धाम के लिए रवाना हुए।
बैजनाथ धाम में जल चढ़ाने के लिए बुधवार के दिन क्षेत्र के विभिन्न जगहों से आये सैकड़ों कांवरिये ढोल-मजीरा के साथ जयघोष करते रहे। फिर ट्रेन में सवार होकर झारखण्ड स्थित बैजनाथ धाम के लिए रवाना हुए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी के जवान मुस्तैद रहे। कांवरियों के भीड को देखते हुए रेल प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय स्टेशन पर रेल कर्मचारी भी शिव भक्तों की मदद के लिए लगे रहे। सावधानी पूर्वक विभिन्न ट्रेनों में जाने के लिए श्रद्धालुओं को अवगत कराते रहे। इसके पहले कांवरियों को रास्ते में भोजन उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों में कई जगहों पर लोग इंतजाम किए थे। इसमें कांवरियों को प्रसाद के रूप में भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी थी। कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए योगी सरकार के निर्देश पर प्रशासन के लोग भी डटे रहे।
श्रावण मास के प्रथम दिन बुधवार को देवकली ग्राम से सागर चौरसिया के नेतृत्व में बोलबम धाम के लिए कांवरियों का पहला जत्था रवाना हुआ। इस दल ने गंगा के तटवर्ती क्षेत्र चकेरी धाम से जल लाकर प्रचीन शिव मंदिर देवकली पर जल चढाने के पश्चात बाबा बैजनाथ धाम के लिए रवाना हुए। रवाना होने वालों में प्रमोद कुमार, गोलू, चंदन कुमार, राकेश कुमार, सुदामा, शेखर आदि मौजूद रहे।
पवित्र सावन मास शुरू होते ही क्षेत्र के विभिन्न गांवों से कांवरियों का जत्था देवघर जलाभिषेक के लिए रवाना हो गया। हर-हर महादेव के जयघोष की गूंज से पूरे इलाके का वातावरण भक्तिमय प्रतीत होता रहा। क्षेत्र के शेरपुर, कुंडेसर, बढ़नपुरा, कबीरपुर, अवथहीं आदि गांवों से सैकड़ों कांवरिये बसों व छोटे वाहनों से बुधवार को बाबा धाम के लिए रवाना हुए। वाहनों से पहले शिवभक्त सुल्तानगंज पहुंचकर उत्तरवाहिनी गंगा नदी में स्नान के बाद बाबा अजगैबीनाथ के दर्शनोपरांत गंगा जल लेकर लगभग 105 किलोमीटर की पदयात्रा के बाद देवघर स्थित बाबा बैजनाथ को जलाभिषेक करेंगे। बोलबम के जयघोष से वातावरण शिवमय बना रहा।