गाजीपुर: वृद्ध महिला की गुहार “मैं जिंदा हूं”
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मरदह विकास खंड कार्यालय में उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब एक वृद्ध महिला अपने गले में तख्ती लगाकर सामाजिक कार्यकर्ताओं संग “मैं जिंदा हूं” की गुहार लगाते हुए खंड विकास अधिकारी कार्यालय में पहुंची। बैठक छोड़कर खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार पांडे वहां पहुंचे तो प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समग्र विकास इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रज भूषण दुबे ने उन्हें बताया कि बौरी गांव निवासी महाराजी देवी के पति राजदेव की मृत्यु एक दशक पहले हो गई थी जिसके आधार पर उन्हें विधवा पेंशन दी जाती रही किंतु 2017 में ही उन्हें मृत घोषित कर मिलने वाली पेंशन रोक दी गई तब से वे लगातार ग्राम प्रधान सेक्रेटरी खंड विकास कार्यालय एवं जिला मुख्यालय तक गुहार लगा रही किंतु उन्हें जीवित नहीं किया गया।
ब्रज भूषण दूबे ने यह भी कहा कि महाराजी देवी को त्वरित जिंदा करते हुए दोषियों पर न केवल अपराध दर्ज कराया जाए बल्कि उनके विरुद्ध निलंबन और विभागीय कार्यवाही भी। खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार पांडे ने सारे अभिलेख मंगा कर मृतक होने की पुष्टि किया और इसकी जांच एडियो समाज कल्याण को सौंपते हुए एक सप्ताह के अंदर पेंशन चालू कराने एवं दोषियों पर कार्यवाही का लिखित आश्वासन दिया। समग्र विकास इंडिया के सचिव गोपाल स्वरूप पांडे ने कहा कि अब तक जनपद में संगठन ने लगभग दो दर्जन ऐसे लोगों को जीवित कराया है जिन्हें अभिलेखों में मृत घोषित कर मिलने वाली पेंशन और अन्य सुविधा रोक दी गई थी।
समग्र विकास इंडिया यूथ विंग के अध्यक्ष शोभनाथ यादव ने कहा कि जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित कर लाभकारी योजनाओं से वंचित करना आपराधिक कृत्य है। खंड विकास अधिकारी ने स्वयं स्वीकार किया कि ऐसा कृत्य कदापि छम्य नहीं है और दोषियों के खिलाफ हम थाने में भी अपराध दर्ज कराएंगे। उक्त अवसर पर झारखंडे यादव, क्षेत्र पंचायत सदस्य केसरी मिश्रा,गुल्लू सिंह यादव, कृष्णानंद पांडे, वंशराज यादव, अधिवक्ता हिमांशु प्रकाश दुबे, सत्या यादव और ओम जी मिश्रा आदि लोगों ने अनोखे आंदोलन में भाग लिया। प्रदर्शन के बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक बैठक भी हुई जिसका संचालन शोभनाथ यादव तथा अध्यक्षता गोपाल पांडे ने किया।