गाजीपुर: स्वीपर वितरित कर रहा दवा और फार्मासिस्ट बना रहे पर्ची
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बारा गांव में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन वर्षों से हो रहा है, लेकिन केंद्र का अब तक बाउंड्रीवाल भी नहीं हो सका है। मरीजों के लिए चार बेड रखा हुआ है। सोमवार की सुबह जब अस्पताल की पड़ताल की गई तो चौंकाने वाला नजारा देखने को मिला। फार्मासिस्ट अजय सिंह पर्ची बना रहे थे। स्वीपर बिहारी दवा वितरित करते रहे। चिकित्सक नितिन कुमार व वार्ड ब्वाय समीउल्लाह खां 11 बजे तक अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
बारा गांव में वीर अब्दुल हमीद के नाम स्थापित पीएचसी की हालत काफी दयनीय हो गई है। यहां किसी दिन पांच मरीज तो किसी दिन 24 मरीज इलाज के लिए आते हैं। सोमवार को सिर्फ तीन मरीज पहुंचे थे। परिसर में एक देशी हैंडपंप लगा है, पानी की टंकी है। बावजूद इससे अस्पताल को सप्लाई नहीं की जाती। लाखों रुपये की लागत से बने आवास में सुविधा न होने से यहां कोई स्टाफ रात में नहीं रूकता। उपस्थित फार्मासिस्ट अजय सिंह ने बताया कि रहने लायक कोई व्यवस्था नहीं है। जांच के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है।
प्रतिदिन करीब दो दर्जन तक मरीज आते हैं। जो व्यवस्था है उसी में सबका इलाज किया जाता है। इलाज के लिए संतोष भारती ने बताया कि बुखार का इलाज कराने आया था। जांच की व्यवस्था न होने से बुखार होने का कारण का पता नहीं चल पाया। अब तो दूसरे अस्पताल में जाना होगा। रमेश राम ने बताया कि उंगली में कील धंस गई है। इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे तो टिटनेस का इंजेक्शन नहीं मिला। अंगुली को कपड़े से बांध कर रखे हैं। वैसे भी इलाज के लिए यह अस्पताल नहीं है। बाहर की दवा लिखी जाती है।