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गाजीपुर: महिला चिकित्सक नहीं, नर्स कर रहीं इलाज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कासिमाबाद स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को नर्स से महिलाएं इलाज करा रही थीं। यहां पर लगभग सात वर्षों से महिला चिकित्सक का पद खाली है। प्रसव कराना भी नर्सों के जिम्मे ही है। चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश कुमार मरीजों का इलाज कर रहे थे। यहां पर बाल, नेत्र व हड्डी रोग विशेषज्ञ भी नहीं हैं। ऐसे में मरीज परेशान दिखे।

जागरण टीम दोपहर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची तो अस्पताल मरीजों से भरा था। हैंडपंप खराब होने से कई मरीज पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। कर्मचारियों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर सुविधाओं का अभाव है।  चिकित्सक व कर्मचारियों को रहने के लिए आवास  अधूरा ही बना है। इसके कारण रात में रुकने पर उन्हें परेशानी होती है। अस्पताल में एक अधीक्षक व चार विशेषज्ञ के पद हैं। अस्पताल मात्र दो चिकित्सक, अधीक्षक डा. राजेश कुमार व मेडिकल ऑफिसर डॉ अमित कुमार प्रियदर्शी के भरोसे चल रहा है। यही नहीं अस्पताल में एक्सरे मशीन भी नहीं है। 

सबसे ज्यादा परेशानी महिला चिकित्सक की तैनाती न होने से है। इसके कारण प्रसव नर्सों के भरोसे ही है। पूरे अस्पताल की सफाई की जिम्मेदारी एकमात्र स्वीपर ईश्वर राम के जिम्मे है।  इससे अस्पताल परिसर की सफाई ठीक ढंग से नहीं हो पाती है।  पानी टंकी के पाइप से पानी का रिसाव होता है। इसके चलते अस्पताल परिसर में पानी फैल जाता है। वरिष्ठ लिपिक शशिभूषण सिंह जिले से भी अटैच  हैं। इसके कारण  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पूरा समय नहीं दे पाते हैं। मरीज प्रतिमा,  संगीता, संध्या, बचिया देवी,  रीता देवी व भगवंती देवी आदि ने बताया कि अस्पताल में महिला डाक्टर न होने से परेशानी होती है। एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड कराने की व्यवस्था नहीं है।
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