गाजीपुर: ग्रामीणों ने चंदा लगाकर साफ कराया माइनर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जमानियां कर बहिया बल आपनों, छोड़ पराई आस..। किसानों ने इसी तर्ज पर सोमवार को जमानियां-ताड़ीघाट रजवाहा से निकला हरपुर माइनर की सफाई चंदा लगाकर जेसीबी मशीन से शुरू कराई। इसके बाद किसानों ने सिल्ट सफाई कार्य में श्रमदान भी किया। प्रशासन को आइना दिखाते हुए आक्रोश व्यक्त किया कि तहसील क्षेत्र में हर वर्ष माइनरों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये महज कागजों पर खर्च होते हैं।
स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के जमानियां- ताड़ीघाट रजवाहा से निकला हरपुर माइनर से पानी मतसा गांव तक पहुंचता है। इससे हरपुर, कालनपुर, मथारे, ताजपुर, राघवपुर, जगदीशपुर, चित्तावन पट्टी, मंझरिया, मतसा गांवों के किसानों के फसलों की सिचाई होती है, जो नौ किमी लंबा है। लेकिन बीते पांच वर्षों से माइनर की सफाई न होने से माइनर में सिल्ट जम गयी है। इससे किसानों की तैयार हुई फसल पानी के अभाव में सूख जाती है। किसानों ने कई बार सिचाई विभाग के साथ ही आलाधिकारियों से सफाई कराए जाने की गुहार लगाई, लेकिन उनकी शिकायत पर किसी ने गंभीरता पूर्वक ध्यान नहीं दिया।
फलस्वरूप पानी के अभाव में किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उक्त गांवों के किसान मोहन बिद, सेना यादव, इश्तेहार, इश्तियाक, गौरी शंकर यादव, उमाशंकर, कयामु फंनु समेत दर्जनों किसानों ने चंदा लगाया। इसके बाद चंदे में करीब बीस हजार रुपया वसूल किया गया। इससे जेसीबी मशीन लगवाकर मथारे से हरपुर तक माइनर की सफाई कराने का काम सोमवार से शुरू करा दिया।
किसानों का कहना है कि उक्त माइनर से करीब नौ गांव के हजारों किसानों की हजारों बीघा फसलों की सिचाई होती है, लेकिन पानी न चढ़ने से फसलों की सिचाई नहीं हो पाती थी। ऐसे में जितना पैसा है उतना जेसीबी मशीन से साफ कराया जाएगा, बाकी बचे माइनर को किसान स्वयं साफ कर अपने खेतों तक पानी पहुंचाने का काम करेंगे। आरोप लगाया कि सिचाई विभाग माइनर सफाई के नाम पर पैसा उतारकर बंदरबांट कर लेते हैं। उन्हें किसानों की समस्या से कोई लेना देना है।