लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर सपा ने किया मेरे साथ छलः नीरज शेखर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सपा के पूर्व सांसद नीरज शेखर ने आखिर अपना मुंह खोला। एक खबरिया चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में नीरज शेखर ने राज्यसभा और सपा की सदस्यता छोड़ने के मसले पर खुल कर बात की। कहे-लोकसभा चुनाव में मुझे आखिर तक अंधेरे में रखा गया। बसपा से गठबंधन के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बलिया सीट से मुझे दोबारा टिकट देने का पक्का वादा किया था, लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट काट दिया गया। यही नहीं बल्कि मुझे इसकी जानकारी देने की भी जरूरत नहीं समझी गई। मुझे इसकी जानकारी मीडिया और अन्य स्रोतों से मिली।
एक सवाल पर नीरज शेखर बोले कि चुनाव में वह कैसे और क्यों जुटते। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष अथवा जिलाध्यक्ष तक ने कुछ नहीं कहा। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद इधर सपा के साथ ही राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने और इधर भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार नीरज शेखर ने इतना खुल कर बयान दिया है।
नीरज शेखर पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चंद्रशेखर के बेटे हैं। चंद्रशेखऱ के निधन के बाद सपा ने उनकी परंपरागत लोकसभा सीट बलिया के लिए साल 2008 में हुए उपचुनाव में टिकट दी थी। वह लोकसभा में पहुंचे थे। फिर साल 2009 के आम चुनाव में भी जीत कर दोबारा लोकसभा में गए थे, लेकिन साल 2014 में मोदी लहर में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। बावजूद नीरज शेखऱ को सपा राज्यसभा में भेजी।
इस बार भी वह लोकसभा का चुनाव लड़ने को न सिर्फ इच्छुक थे, बल्कि आश्वस्त थे कि सपा उन्हें ही मौका देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसके बाद से ही नीरज शेखर सपा से क्षुब्ध थे। वह सपा से अपनी दूरी बना लिए थे। यहां तक कि लोकसभा चुनाव अभियान में बलिया पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव की सभा से भी खुद को दूर रखे थे। उसके बाद से माना जाने लगा था कि वह सपा में अब नहीं रहेंगे।