गाजीपुर: कृष्णानंद हत्याकांड में अंसारी बंधुओं सहित सभी आरोपी बरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बहुचर्चित भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में अंसारी सहित सभी आरोपी बाइज्जत बरी हो गए। यह बहुप्रतीक्षित फैसला दिल्ली स्थित सीबीआई कोर्ट ने बुधवार को सुनाया। 14 साल बाद आए इस फैसले से अंसारी बंधुओं के समर्थकों में खुशी की लहर है, जबकि दूसरे पक्ष में मायूसी है।
मालूम हो कि 29 नवंबर 2005 की शाम करीब ढाई बजे भाजपा के तत्कालीन मुहम्मदाबाद विधायक कृष्णानंद राय को गोलियों से भून दिया गया था। उनके साथ सरकारी अंगरक्षक सहित अन्य छह लोग भी मारे गए थे। यह घटना भांवरकोल थाने के बसनियां गांव के पास हुई थी। उस मामले में कृष्णानंद के भाई रामनारायण राय ने मऊ विधायक मुख्तार अंसारी तथा उनके भाई सांसद अफजाल अंसारी को साजिश रचने और उनके बहनोई एजाजुलहक के अलावा तब के कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी,माहेश्वरी उर्फ जीवा वगैरह को मौके पर साजिश को अंजाम देने के लिए नामजद किया।
तत्कालीन सपा सरकार पर अंसारी बंधुओं का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय इलहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी देकर सीबीआई जांच की गुजारिश की। इलाहाबाद हाईकोर्ट सीबीआई जांच का आदेश दी। बाद में सीबीआई के आग्रह पर सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई दिल्ली में करने का आदेश दिया। उसी बीच सीबीआई के कई गवाह पक्षद्रोह कर गए। सुनवाई के वक्त तत्कालीन केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने भी साजिश के मामले में अंसारी बंधुओं के खिलाफ गवाही दी।
सीबीआई कोर्ट के जज अरुण भारद्वाज ने दोनों पक्षों के साक्ष्यों, गवाहों के बयानों के आधार पर सभी अभियुक्तों को बाइज्जत बरी कर दिया। फैसले के वक्त अंसारी बंघुओं समेत सभी आरोपित सीबीआई कोर्ट में मौजूद थे, जबकि मुन्ना बजरंगी की पिछले साल नौ जुलाई को बागपत जेल में हत्या हो गई थी। मुख्तार अंसारी कृष्णानंद हत्याकांड में ही इन दिनों पंजाब की रोपड़ जेल में निरुद्ध हैं।