गाजीपुर: बारिश ने मचाई तबाही, कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बुधवार से लेकर गुरुवार की दोपहर तक हुए झमाझम बारिश से चहुंओर सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। सभी ताल-तलैया भर गए हैं। कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है। बैंक, पुलिस सहित कई अधिकारियों के आवास भी जलमग्न हो गए हैं। वहीं विभिन्न क्षेत्रों में दर्जनों विशालकाय पेड़ धराशायी हो गए। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। मूसलधार बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 30 घंटों से विद्युत आपूर्ति बाधित है। सैकड़ों वर्ष पुराना नीम का पेड़ गिरा
दुबिहां : करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के पातेपुर गांव में सैकड़ों वर्ष पुराना नीम का पेड़ लगातार हो रही बारिश व तेज हवा के चलते जड़ से उखड़कर धाराशायी हो गया। विशाल नीम का पेड़ रास्ता पर गिर जाने के कारण गांव का आवागमन बाधित हो गया।
भांवरकोल : लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चारों तरफ खेतों में जल ही जल दिखाई दे रहा है। विद्यालयों में शिक्षक व कर्मचारी तो पहुंच रहे हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की मौजूदगी न होने से अध्ययन प्रभावित हो रहा है। अवथहीं सहित कुछ अन्य स्थानों पर बिजली के तार पर पेड़ गिरने से दो दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। वर्षा का पानी कुंडेसर, फखनपुरा की रावत बस्ती तथा खरडीहा के रमेश कन्नौजिया सहित कई लोगों के घरों में पानी घुस जाने से काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीण बैंक में घुसा पानी, लाखों का नुकसान
जंगीपुर : थाना क्षेत्र के लावा मोड़ पर स्थित काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक में बारिश का पानी घुस गया। जब सुबह बैंक खुला तो बैंक कर्मचारियों के होश उड़ गए। बैंक में पूरी तरह से पानी भरा हुआ था। सबसे ज्यादा पानी रिकार्ड रूम में भरा था। बैंक मैंनेजर अगम गुप्ता ने बताया कि लगभग दो लाख से ऊपर का बैंक का नुकसान हुआ है। कैशियर शैलेश कुमार और अंकित कुमार ने बताया कि छत के टपकने से पूरे बैक में पानी भर गया है। इसकी सूचना आगे के अधिकारियों को दे दी गई है। वहीं मंडी में स्थित पुलिस चौकी बारिश के पानी से पूरी तरह पानी मे डूब गया। चौकी इंचार्ज सहित सभी पुलिसकर्मियों के आवास में पानी घुस गया है।
लौवाडीह : तेज बरसात के कारण लौवाडीह के दक्षिण तरफ स्थित ताल का पानी गांव के हरिजन बस्ती और मुख्य गांव में घुसने के कारण बाढ़ की स्थिति बन गई है। पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे निर्माण के कारण ताल स्थित नाले को पाट दिया गया है। कार्यदायी संस्था द्वारा नाले में पीपा डाला गया है, लेकिन इस क्षेत्र के पानी के निकास के लिए पर्याप्त नहीं है। इससे पानी का रूख गांव की तरफ हो गया है। अगर यह स्थिति एक दो दिन और रही तो पूरा गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएगा। बारिश के पानी से घिरा मुहल्ला
बारा : गांव के मस्तानबाग मुहल्ले में सैकड़ों लोग बारिश के पानी से घिर गए हैं। अंजान शहीद बाबा के मजार से लेकर ईदगाह रोड जलमग्न हो गया है। मुहल्ले से पानी निकलने का कोई रास्ता भी नहीं दिख रहा है। कच्ची सड़क को काटकर लोगों द्वारा पानी को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जल निकासी व्यवस्था को अवरुद्ध कर दिए जाने के बाद मुहल्ले से पानी निकलने का रास्ता बंद हो गया है। बरसात से पहले ही ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी सेवराई को कई बार पत्र देकर समस्या से निजात की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि पहले जिस रास्ते से जल निकासी होती थी उस को निजी भूमि बताकर दीवार का निर्माण कर दिया गया है। गुरुवार को कच्ची सड़क काटकर पानी बाहर निकालने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन पानी नहीं निकल सका। 30 घंटे से ठप है विद्युत आपूर्ति
कासिमाबाद : बुधवार से क्षेत्र में हो रही मूसलधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई गांवों में बरसात का पानी घुस गया है, तो वहीं तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी व कोतवाल विश्वनाथ यादव का आवास जलमग्न हो गया है। बरसात का पानी पावर हाउस में घुस जाने के कारण चारों फीडरों सिगेरा, गंगौली, बरार व बाकी की मशीनें ब्लास्ट कर गई हैं। इससे पूरे क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति 30 घंटे से बंद है व मोबाइल नेटवर्क भी फेल हो गया है। तहसीलदार डा. विराग पांडेय ने बताया कि क्षेत्र के छुतिहार व सिधागर गांव में बरसात का पानी भारी मात्रा में घुस गया है। पानी निकलवाने का प्रयास किया जा रहा है। एसडीओ संजीव कुमार भास्कर ने बताया कि मशीनों की मरम्मत कराई जा रही है। विद्युत आपूर्ति शीघ्र बहाल हो जाएगी। बह गई 20 फीट पक्की सड़क
दुल्लहपुर : क्षेत्र में भी बुधवार की रात में हुई बारिश बड़ागांव से खड़ौरा डिल्ला होते हुए हमीद रोड में मिलने वाली पक्की सड़क को लगभग 20 फीट बहा ले गई। यह देखकर ग्रामीण दंग रह गए। यह सड़क कुछ माह पूर्व ही जिला पंचायत के कोटे से बनाई गई थी। ग्रामीण गौरीशंकर पांडेय, पप्पू पांडेय तथा अजय पांडेय ने बताया कि अपने क्षेत्र में बारिश में सड़क बहने की यह पहली घटना है। इससे गांव का संपर्क टूट गया है। पहली ही बारिश में गांव के सभी तालाब पोखरे लबालब हो गए हैं।