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तेजी से बढ़ रही है साइबर बुलिंग, बच्चों को समझाएं, आप भी जानें और बचें

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर अपराधों की दुनिया भी नित नए बदलावों से गुजर रही है। अपराधों की सूची में नए-नए अपराध शामिल हो रहे हैं। साइबर बुलिइंग भी इनमें से ही एक है। सोशल मीडिया ने जहां एक दूसरे तक पहुंचना आसान किया है। वहीं इससे बड़ी समस्या भी खड़ी हुई है। वीमेन पॉवर लाइन 1090 के आकड़ों से पता चलता है कि एक साल में साइबर बुलिंग के मामलों में चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस तरह की शिकायतों से निपटने के लिए वाराणसी के कमिश्नरी सभागार में एडीजी वुमेन पॉवर लाइन अंजु गुप्ता ने कई जानकारियां दीं। 

एडीजी ने बताया कि वर्ष 2017 में 1090 पर कुल 2.22 लाख शिकायतें दर्ज हुई थीं। वहीं वर्ष 2018 में 2.66 लाख शिकायतें दर्ज की गयी। इसमें साइबर बुलिंग की शिकायतें वर्ष 2017 में 3990 थीं जो 2018 में बढ़कर 17056 हो गई। ऐसे में जरूरत है कि छात्राएं, युवतियां या महिला किसी भी तरह की समस्या होती है तो वह 1090 पर फोन कर दर्ज कराएं। समस्या का गोपनीय तरीके से समाधान होगा। इसमें पॉवर एंजिल, पॉवर हीरो एवं पॉवर गार्जियन की भूमिका अहम है। वहीं अपने साथ साथ दूसरों को भी जागरूक कर सकते हैं। 

क्या है साइबर बुलिंग
साइबर बुलिंग में अमूमन लोग दूसरे का नाम पर परेशान करते हैं। वह सोशल मीडिया पर अश्लील मैसेज भेजने के साथ ही फोटो भी भेजते हैं। इसके अलावा उसकी बुराई भी करते हैं। अधिकतर शिकायतें अश्लील मैसेज या फोटो भेजने की आती है। सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक और ट्विटर पर साइबर बुलिंग के मामले सामने आते रहते हैं। साइबर बुलिंग न सिर्फ सामाजिक स्तर पर बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद अपमानजनक व उत्पीड़न की स्थिति होती है। 

साइबर बुलिंग कई स्तर की होती है जैसे कि अभद्र संदेश भेजना, सोशल मीडिया पर गलत अफवाह फैलाना, गलत पोस्ट करना आदि। विभिन्न अध्ययनों के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाएं साइबर बुलिंग की शिकार ज्यादा होती हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स का इस्तेमाल बंद कर देना इस समस्या का हल नहीं है। बेहतर यह होगा कि आप इस स्थिति से उबरने और बुलिंग करने वालों को सबक सिखाने की कोशिश करें। 

माता-पिता यह करें
-माता-पिता समय-समय पर बच्चों की निगरानी करते रहें
-यह भावना पैदा करें कि कोई समस्या होने पर वह उसकी शिकायत करें
-सोशल मीडिया पर निजी बातें, फोटो साझा करने से बचें
-किसी भी अपरिचित से दोस्ती करने से बचें
-अंजान व्यक्ति से चैटिंग ना करें और ना ही फोटो भेजें
-सोशल साइट्स पर प्राइवेसी सेटिंग लगाकर रखें, जिससे आपके मित्र ही पोस्ट या फोटो देख सकें

क्या करें बुलिंग का शिकार होने पर
नजरअंदाज: यदि कोई आप पर छोटी-मोटी टिप्पणी करता है, तो ऐसे में उसे नजरअंदाज करने की कोशिश करें। अकसर देखा गया है कि छोटी बात पर गंभीर प्रतिक्रिया देने पर बात बढ़ जाती है। अपराधी को आपको परेशान करने में मजा आने लगता है। 

ब्लॉक करें: अगर बुलिंग करने वाला व्यक्ति आपको फोन मैसेज, फेसबुक, ट्विटर आदि पर गलत संदेश भेजता है तो आप अपने फोन तथा सोशल अकाउंट पर उस व्यक्ति को ब्लॉक कर सकती हैं। 

रिकॉर्ड रखें: यदि कोई लगातार इंटरनेट व मोबाइल पर मैसेज या वीडियो भेजकर आपका अपमान करता है, आपको परेशान करता है तो उन संदेशों को डिलीट न करें। उन सभी संदेश, फोटो व वीडियो को सबूत के तौर पर एक सीडी या पेन ड्राइव में संभालकर रखें ताकि समय आने पर अपराधी को कड़ी सजा दिलवाई जा सके।

एडमिनिस्ट्रेटर से शिकायत करें: बुलिंग करने वाले व्यक्ति के खिलाफ आप उस वेबसाइट के एडमिनिस्ट्रेटर के पास अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। शिकायत करने पर वेबसाइट एडमिनिस्ट्रेटर फर्जी व अनैतिक अकाउंट वाले को वेबसाइट से ही हटा देते हैं। नेशनल क्राइम प्रिवेंशन काउंसिल के निर्देश के अनुसार फेसबुक, यूट्यूब आदि वेबसाइट्स पर सेफ्टी सेंटर का विकल्प है, जहां आप शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। 


क्या कहता है कानून
अगर कोई अपने मोबाइल या कंप्यूटर के जरिए कोई आपत्तिजनक संदेश या सामग्री भेजता या प्रकाशित करता है, जिससे सामने वाले व्यक्ति को मानसिक आघात पहुंचता है तो यह एक दंडनीय अपराध है। यह अपराध इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के सेक्शन 72 के अंतर्गत आता है। इस एक्ट के मुताबिक यदि कोई किसी की निजी जानकारी को सार्वजनिक करता है या फिर कोई किसी के गोपनीय मेल, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड, किताब या अन्य निजी जानकारी को अनैतिक व गैर कानूनी रूप से उसकी सहमति के बिना दूसरों के साथ साझा कर देता है तो उसे 2 साल की सजा या एक लाख रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त साइबर स्टॉकिंग एक्ट 354 डी के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आते हैं। अपराधी यदि पहली बार दोषी पाया जाता है तो उसे 3 साल की सजा व जुर्माना और दोबारा यही अपराध करने पर उसे पांच साल की सजा और जुर्माना हो सकता है।


क्या न करें
1. साइबर बुलिंग का शिकार होने पर कई बार हम सामने वाले अपराधी को सजा देने के लिए जवाबी तौर पर अपनी तरफ से भी बुलिंग करने लगते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें, क्योंकि इस तरह आप भी आपराधिक गतिविधि में शामिल हो रही हैं। 
2.अक्सर बुलिंग के शिकार लोगों को बुलिंग का विरोध करने का तरीका समझ नहीं आता है और वे भेजे गए संदेश को अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को भेज देते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। आपको नहीं पता कि यह चेन कहां तक जा सकता है और आपको भेजा गया अभद्र संदेश कितने लोगों तक पहुंच जाएगा।
3.सबसे जरूरी बात, अगर दूसरे लोग आपको अभद्र संदेश भेज रहे हैं या फिर आपके और आपके परिवार के बारे में अभद्र बातें बोल रहे हैं, तो इसमें आपको शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है। आपने कुछ गलत नहीं किया है, सामने वाला गलत कर रहा है। अपने आत्मविश्वास को बिल्कुल भी डगमगाने न दें और साथ ही अपनी कही गई बात पर कायम रहें। धीरे-धीरे आपका विरोध कर रहे लोगों की तुलना में आपका साथ देने वाले लोगों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी।

(टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट विवेक अग्रवाल और एडवोकेट समीर कुमार द्विवेदी से बातचीत पर आधारित)
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