गाजीपुर: मेधावी गुंजन का धमाल, गाजीपुर का ऊंचा हुआ मस्तक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सादात क्षेत्र के कंचनपुर (मिर्जापुर) की बेटी गुंजन यादव अपनी मेधा से पूरे गाजीपुर का मस्तक ऊंचा की है। वह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, अहमदाबाद में वैज्ञानिक पद पर चयनित हुई है। यही नहीं गुंजन अपने साथ चयनित हुए कुल तीन अभ्यर्थियों की सूची में सबसे टॉप पर रही है।
हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा सेंट एनी सेकण्ड्री स्कूल, रुड़की से करने के बाद गुंजन वर्ष 2014 में देव भूमि इंजीनियरिंग कालेज, देहरादून में सूचना प्रौद्योगिकी से बीटेक की। फिर वर्ष 2016 में लखनऊ स्थित इसरो के रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर से एम टेक की डिग्री हासिल की। गुंजन के पिता राजेंद्र सिंह यादव पंजाब के होशियारपुर में दूरसंचार विभाग में महाप्रबंधक पद पर कार्यरत हैं। उसके दादा रामअधार यादव जूनियर हाई स्कूल के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक हैं।
गुंजन यादव दो बहनों में बड़ी है। छोटी बहन गरिमा यादव भी इटावा से स्नातक कर रही है। मां रीता यादव गृहिणी हैं। चाचा सत्यदेव यादव बाराबंकी स्थित इंटर कालेज में प्रवक्ता हैं। वह बताते हैं कि गुंजन शुरू से ही पढ़ने में बहुत तेज थी और वह बचपन से ही वैज्ञानिक बनना चाहती थी। निः संदेह गुंजन न सिर्फ अपने बचपन का ख्वाब पूरा की है बल्कि पूरे गाजीपुर को फख्र करने का एक मौका दी है। गुंजन की इस शानदार कामयाबी पर उसके पैतृक गांव के लोग बहुत प्रसन्न हैं। वह स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। गुंजन के इसरो में वैज्ञानिक बनने की खबर मिलते ही वह खुशी से झूम उठे। सपा के युवा नेता रिशु सिंह के नेतृत्व में गांव के युवकों ने मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार किया।
हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा सेंट एनी सेकण्ड्री स्कूल, रुड़की से करने के बाद गुंजन वर्ष 2014 में देव भूमि इंजीनियरिंग कालेज, देहरादून में सूचना प्रौद्योगिकी से बीटेक की। फिर वर्ष 2016 में लखनऊ स्थित इसरो के रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर से एम टेक की डिग्री हासिल की। गुंजन के पिता राजेंद्र सिंह यादव पंजाब के होशियारपुर में दूरसंचार विभाग में महाप्रबंधक पद पर कार्यरत हैं। उसके दादा रामअधार यादव जूनियर हाई स्कूल के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक हैं।
गुंजन यादव दो बहनों में बड़ी है। छोटी बहन गरिमा यादव भी इटावा से स्नातक कर रही है। मां रीता यादव गृहिणी हैं। चाचा सत्यदेव यादव बाराबंकी स्थित इंटर कालेज में प्रवक्ता हैं। वह बताते हैं कि गुंजन शुरू से ही पढ़ने में बहुत तेज थी और वह बचपन से ही वैज्ञानिक बनना चाहती थी। निः संदेह गुंजन न सिर्फ अपने बचपन का ख्वाब पूरा की है बल्कि पूरे गाजीपुर को फख्र करने का एक मौका दी है। गुंजन की इस शानदार कामयाबी पर उसके पैतृक गांव के लोग बहुत प्रसन्न हैं। वह स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। गुंजन के इसरो में वैज्ञानिक बनने की खबर मिलते ही वह खुशी से झूम उठे। सपा के युवा नेता रिशु सिंह के नेतृत्व में गांव के युवकों ने मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार किया।