गाजीपुर: खुद के साथ भेदभाव से आजिज भाजपा सभासदों ने डीएम को भेजी चिट्ठी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर भाजपा के राज में भाजपाजनों की ही बेकदरी। यह बात सहजता से हजम तो नहीं हो रही, लेकिन नगर पंचायत में भाजपा सभासदों का यह कड़ुवा अनुभव है। उनकी अपेक्षा नगर पंचायत में विरोधियों खासकर सपा सभासदों को ज्यादा अहमियत मिल रही है। अपने इस आरोप को और पोख्ता बनाने के लिए गुरुवार को वार्डवार स्वीकृत विकास कार्यों के प्रकाशित टेंडर का उन्होंने हवाला दिया।
इस क्रम में खुद के साथ भेदभाव से आजिज भाजपा सभासदों ने डीएम को संयुक्त हस्ताक्षर से पत्रक भी भेजा। आरोप लगाया कि चेयरमैन सरिता सोनकर और ईओ संतोष मिश्र विकास कार्यों की स्वीकृति में उनके साथ सरासर भेदभाव कर रहे हैं। भाजपा सभासद चंदन कुमार, बृजेश जायसवाल, हिमांशू सोनी आदि का कहना है कि चेयरमैन तथा ईओ शुरू से उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।
हद तो यह हो गई है कि इस बार प्रकाशित टेंडर में 14वें वित्त आयोग के सभी स्वीकृत विकास कार्य सपा अथवा सपा समर्थित सभासदों के वार्ड के हैं। चेयरमैन, ईओ के इस भेदभाव का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। उनको अपने खुद के वार्ड के लोगों के सामने अपमानित होना पड़ता है।
इस क्रम में खुद के साथ भेदभाव से आजिज भाजपा सभासदों ने डीएम को संयुक्त हस्ताक्षर से पत्रक भी भेजा। आरोप लगाया कि चेयरमैन सरिता सोनकर और ईओ संतोष मिश्र विकास कार्यों की स्वीकृति में उनके साथ सरासर भेदभाव कर रहे हैं। भाजपा सभासद चंदन कुमार, बृजेश जायसवाल, हिमांशू सोनी आदि का कहना है कि चेयरमैन तथा ईओ शुरू से उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।
हद तो यह हो गई है कि इस बार प्रकाशित टेंडर में 14वें वित्त आयोग के सभी स्वीकृत विकास कार्य सपा अथवा सपा समर्थित सभासदों के वार्ड के हैं। चेयरमैन, ईओ के इस भेदभाव का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। उनको अपने खुद के वार्ड के लोगों के सामने अपमानित होना पड़ता है।
भाजपा सभासदों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हालात यही रहे तो उनके लिए धरना-प्रदर्शन के सिवाय और कोई विकल्प नहीं होगा। उधर चेयरमैन इस आरोप को खारिज करती हैं। उनका कहना है कि विकास कार्यों में कोई भेदभाव नहीं हो रहा है। सबको बराबरी की हिस्सेदारी दी जा रही है।