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गाजीपुर: कान्वेंट की तरह 25 जून को खुलेंगे परिषदीय स्कूल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर 21 मई से 30 जून तक बंद परिषदीय विद्यालय समय से पहले ही खुल जाएंगे। कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर 25 जून से स्कूल शुरू हो जाएंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने आदेश दिया है कि सभी परिषदीय स्कूल 25 जून से खोले जाएं। इसके लिए खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों को सूचना भेजी जाए। 25 जून को खंड शिक्षाधिकारी स्कूलों का भ्रमण करेंगे और स्कूलों के खोले जाने तथा साफ-सफाई आदि कामों की आख्या देंगे।

पिछले 14 जून को बेसिक शिक्षाधिकारियों की लखनऊ में मुख्यमंत्री संग हुई समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया। 25 जून से बच्चे आएं या न आएं लेकिन शिक्षकों को अनिवार्य रूप से आना है। दो दिन के भीतर विद्यालय की साफ-सफाई आदि कराकर उसे बच्चों के बैठने व पढ़ने योग्य बनाएंगे। इसके बाद एक जुलाई से स्कूल चलो अभियान संचालित किया जाएगा। इस दौरान 6 से 14 वर्ष के प्रत्येक बच्चों का नामांकन व उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।

स्कूल में लगेगी शिक्षकों की फोटो परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक, शिक्षामित्र व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का फोटो व पूर्ण विवरण अब विद्यालय में बड़े फलैक्स बोर्ड पर लगाना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि आम लोग यह जान सकें कि यहां कौन-कौन शिक्षक आते हैं और कौन नहीं। निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों को भी इससे सहूलियत होगी। निर्देश दिया गया कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहीं बालिकाओं का किसी स्तर पर उत्पीड़न न हो, इस पर शिक्षक पूरी तरह से नजर रखेंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन शिक्षक विद्यालय प्रार्थना सभा के बाद यूनिफार्म, साफ-सफाई आदि विषयों पर बच्चों से चर्चा करेंगे। 

सोशल मीडिया पर अपने विभाग व अधिकारियों से संबंधित कोई भी प्रतिकूल बात पोस्ट न करने को कहा गया। विद्यालयों में चल रही गतिविधियों के निरीक्षण के लिए जिलास्तरीय अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी व ब्लाक सह-समन्वयकों को लगाया गया है। उनकी निरीक्षण आख्या ऑनलाइन फीड करने के साथ उसकी कमियों का निराकरण किया जाएगा। अपना विद्यालय छोड़ बीएसए कार्यालय का चक्कर काटने वाले शिक्षकों पर शासन सख्त है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

प्रमुख कार्य जो करना होगा..

- प्रत्येक विद्यालय में किचेन गार्डेन बनेगा।

- सभी विद्यालयों में पुरातन छात्र परिषद का गठन होगा, ताकि वह विद्यालय के विकास में सहयोग कर सकें।

- शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित करनी है।

- सभी विद्यालयों में मां समूह का गठन करते हुए ग्राम प्रधान व अभिभावकों की बैठक करानी होगी।

- संचारी रोगों के रोकथाम व बच्चों के नामांकन के लिए जागरुकता रैली निकाली जाएगी।

- पौधरोपण का कार्य प्रत्येक विद्यालय पर अनिवार्य कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में 25 जून से ही स्कूल खोलने का निर्देश मिला है। इसे अमल में लाया जाएगा। इसके लिए खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से प्रधानाध्यापकों को निर्देशित कर दिया गया है। अगर कोई शिक्षक इसकी अनदेखी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। - श्रवण कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।
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