गाजीपुर: अपना शक्ति प्रदर्शन कर मनोज सिन्हा की हवा बना गए नरेंद्र मोदी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर पूर्वांचल की हॉट सीट मानी जा रही गाजीपुर संसदीय सीट पर फिर काबिज होने के लिए भाजपा शनिवार को अपना शक्ति प्रदर्शन की। हालांकि इसे भाजपा के बजाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शक्ति प्रदर्शन कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इसका गवाह बना आरटीआई मैदान। भाजपा के लोगों की अपेक्षा से ज्यादा भीड़ जुटी। मोदी के आने के प्रचारित समय शाम ढाई बजे से करीब चार घंटे पहले ही लोग कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने लगे थे। भाजपा नेताओं की मानी जाए तो पंडाल में 50 हजार कुर्सियां लगीं थीं। वैसे कुर्सियों के अलावा भी हजारों लोग खड़े थे। एक लाख से अधिक की भीड़ थी। स्थानीय अभिसूचना इकाई ने भी कमोबेश यही संख्या बताई है, जबकि विरोधी अधिकतम 40 हजार की भीड़ आंक रहे हैं।
भीड़ में महिलाओं तथा नौजवानों की संख्या भी कम नहीं थी। भीड़ में मोदी के लिए क्रेज था, तो भाजपा उम्मीदवार मनोज सिन्हा के विकास कार्यों का आकर्षण भी था। अंधऊ से पहुंचे नंदलाल यादव और अजब सिंह यादव ने साफ कहा कि वह मनोज सिन्हा के विकास कार्यों से प्रभावित होकर आए हैं। गुलाब बनवासी, जखनियां के संजय चौधरी, फौजदार यादव, बिंदवलिया के महाजन बिंद, कुसुमपुर के सोमारू राजभर का भी कमोबेश यही कहना था। वैसे बहुत महिलाएं मोदी के कार्यों के आकर्षण में खिंची आईं थीं। खानपुर की सरोजा देवी और विशुनपुर की अनीता बिंद ने कहा कि उनके घर रसोई गैस मोदी ने ही पहुंचाई है। मंच पर मोदी के पहुंचने की घोषणा के साथ ही सभा स्थल मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा। भाजपा के लोगों के लिए सुखद यह कि भगवान भी उन पर कृपावान थे। पिछले दस दिनों से चमड़ी झुलसा रही धूप का तीखापन लगभग खत्म था।
हवा में तपिश भी नहीं थी। मौजूद जनसमूह सूकुन महसूस कर रहा था। ददरीघाट मुहल्ले से पहुंचे उपेंद्र राय ने कहा कि खुशनुमा मौसम ने भी बता दिया कि भाजपा उम्मीदवार मनोज सिन्हा की जीत भगवान भी चाहते हैं। भीड़ देख न सिर्फ गाजीपुर के भाजपा नेता गदगद थे, बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्साहित थे। इस भीड़ के पीछे वह मनोज सिन्हा की लोकप्रियता को माने। शायद यही वजह रही कि अपना भाषण खत्म करने के बाद उन्होंने मनोज सिन्हा की पीठ थपथपाई। आधिकारिक समय से पांच मिनट विलंब से प्रधानमंत्री का हैलिकॉफ्टर शाम साढ़े चार बजे उतरा और 4:55 बजे उनका भाषण शुरू हो गया। अपने 30 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले चुनाव 2014 में गाजीपुर में किए गए खुद के वादे की न याद दिलाए और न कोई नया वादा ही किए। अलबत्ता उन्हें पता है कि गाजीपुर का सेना कनेक्शन कितना मजबूत है।
इसलिए उनके भाषण का करीब आधा हिस्सा सेना, सैनिकों और उनके परिवारीजनों के इर्द-गिर्द ही रहा। इसी क्रम में उन्होंने विरोधी दलों को भी आड़े हाथ लिया। इसके लिए उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस और बसपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने एचडी कुमारस्वामी के उस बयान का कि गरीब घरों के नौजवान ही सेना में आते हैं, को संदर्भ बनाया। सवालिया लहजे में कहे कि गाजीपुर और पूरे पूर्वांचल के लोग क्या इस लिए अपने बच्चों को सेना में भेजते हैं कि उनके पास खाने को कुछ नहीं होता है। फिर वह सवाल किए कि क्या इस अपमान की सजा सपा-बसपा और कांग्रेस को मिलनी चाहिए कि नहीं।
उन्होंने जनसमूह से हाथ उठवाकर जवाब मांगते हुए कहा कि गाजीपुर से पूरे देश में इसका जवाब जाना चाहिए। मोदी के इस सवाल का जवाब मौजूद जनसमूह ने एक लय से हाथ उठाकर और हां कह कर दिया। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए मोदी ने कहा कि हमारे सैनिक भाई जम्मू-कश्मीर में शांति और पाकिस्तान की सीमा पर सुरक्षा के लिए अपना जीवन संकट में डालकर डटे रहते हैं। प्रधानमंत्री ने भाजपा सरकार में गाजीपुर में हुए विकास कार्यों खासकर रेल, सड़क, मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम, गंगा पुल के निर्माण की भी चर्चा की। कहे कि यह विकास कार्य किसी जाति, धर्म के लोगों के लिए नहीं हुए हैं। सबका साथ-सबका विकास के सिद्धांत के तहत हुए हैं।
सपा-बसपा-कांग्रेस को महामिलावटी की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा- वह लोग मेरी जाति पर हमला कर रहे हैं, लेकिन हमारी जाति गरीबों की जाति है। नरेंद्र मोदी ने सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन अपने भाषण की शुरूआत में ही कहा कि गाजीपुर के लोग यह तय करें कि उन्हें सम्मान चाहिए या माफिया की धौंस। नरेंद्र मोदी में मतदान के औसत का डर भी दिखा। उन्होंने जनसमूह से आग्रह किया कि सुबह दस बजे से पहले और जलपान से पहले मतदान करने के लिए तैयार रहें। उनका कहना था कि विकास और देश की सुरक्षा का काम दिल्ली की मजबूत सरकार ही करेगी।
यह काम तभी संभव होगा जब हर बूथ पर कमल खिलेगा। मंच पर मनोज सिन्हा के अलावा विधायक त्रय अलका राय, सुनीता सिंह तथा डॉ. संगीता बलवंत सहित एमएलसी द्वय डॉ. केदार सिंह व विशाल सिंह चंचल, गाजीपुर नपा चेयरमैन सरिता अग्रवाल और भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष कृष्णबिहारी राय थे। संचालन वरिष्ठ नेता प्रभुनाथ चौहान ने किया।