गाजीपुर: भाजपा में ओमप्रकाश राजभर का चैप्टर क्लोज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भाजपा में कई दिनों से चल रहा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का चैप्टर आखिर रविवार को खत्म हो गया। भाजपा की विभिन्न प्रदेशों की कुल सात संसदीय सीटों के लिए घोषित उम्मीदवरों की सूची में घोसी (मऊ) के सांसद हरिनारायण राजभर का भी नाम शामिल है। मालूम हो कि इसी सीट को लेकर कई दिनों से भाजपा और सुभासपा में जिच चल रही थी। भाजपा अपनी सहयोगी सुभासपा के लिए घोसी सीट छोड़ रही थी। लेकिन उसकी शर्त थी कि सुभासपा वहां भाजपा के चुनाव निशान का इस्तेमाल करेगी। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर को यह शर्त मंजूर नहीं थी। शायद यही वजह थी कि भाजपा को यह बताने के लिए उन्होंने गाजीपुर सहित प्रदेश की 39 संसदीय सीटों पर बीते 16 अप्रैल को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी थी।
राजनितिक हलके में इस घोषणा को श्री राजभर की प्रेशर पॉलिटिक्स माना जा रहा था। यही नहीं बल्कि रविवार को वह सलेमपुर संसदीय सीट में शामिल सिकंदरपुर (बलिया) के नरोत्त्मपुर में चुनावी रैली कर अपनी पार्टी के घोषित उम्मीदवार राजाराम राजभर के लिए वोट भी मांगे। इसे इत्तेफाक नहीं कहा जाएगा कि इस रैली के कुछ ही घंटे बाद भाजपा घोसी सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दी। सुभासपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश सिंह काकन का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह साबित कर दिया कि वह अपने वसूलों को लेकर किसी भी दशा में पीछे हटने वाले नहीं हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह कड़ा फैसला अति पिछड़ों के हित में लिया। वहरहाल श्री काकन जो कहें लेकिन अन्य स्रोतों की मानी जाए तो घोसी सीट पर भाजपा के पुनर्विचार में देरी के चलते श्री राजभर ने भाजपा नेतृत्व को यह बता दिया था कि अब वह किसी भी दशा में अपने घोषित उम्मीदवारों को वापस नहीं लेने वाले हैं। राजनीतिक हलके में माना जा रहा है कि श्री राजभर के लिए प्रदेश सरकार का मंत्री पद भी छोड़ना होगा। श्री राजभर के इस कदम से गाजीपुर में भी भाजपाइयों की सांसत बढ़ गई है। गाजीपुर में सुभासपा अपने जिलाध्यक्ष मेजर रामजी राजभर को उम्मीदवार बनाई है। चुनाव मैदान में उनकी मौजूदगी से भाजपा के लिए राजभर समाज के बहुमत में वोट बटोरने की गुंजाइश नहीं बनेगी।