गाजीपुर: प्रधानपति ने कराई थी सपा सभासद के श्वसुर की हत्या
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सादात थाने के इकरा गांव के सुरेंद्र यादव (55) की हत्या का राज खोलने का पुलिस ने दावा किया है। इस हत्या की सुपारी उसी थाने के गौरा गांव की प्रधान रेखा सिंह के पति मनोज सिंह ने दी थी। मनोज सिंह के अलावा हत्या में शामिल सुशांत सिंह निवासी कयामपुर थाना गोहना मुहम्मदाबाद जिला मऊ और कृष्णपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कृष्णपाल भी मऊ जिले के रानीपुर थाने के खिरिया गांव का है। पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने तीनों को पुलिस ऑफिस में गुरुवार की शाम मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि इनका तीसरा साथी विवेक कुमार फरार है। वह मीरजापुर जिले के हलिया थाने के बरडीहा कलॉ का रहने वाला है। मनोज सिंह के हवाले से पुलिस कप्तान ने बताया कि बीते दस अप्रैल को सुरेंद्र यादव अपने दामाद और सैदपुर नगर पंचायत के सपा सभासद सुनील यादव से मिलकर जैसे ही बाईक से घर के लिए चले कि पहले से नजर लगाए सुशांत, कृष्णपाल व विवेक उनके पीछे हो लिए। रास्ते में सैदपुर कोतवाली के हीरानंदपुर गांव स्थित गांगी नदी पुलिया के पास मौका देखकर पीछे से सुरेंद्र यादव पर गोलियां झोंक दिए थे। उसके बाद वह तीनों वहां से निकल भागे थे। बाद में सीएचसी सैदपुर के चिकित्सकों ने सुरेंद्र यादव को मृत घोषित कर दिया था।
सुरेंद्र यादव की हत्या का कारण मनोज सिंह की ग्राम पंचायत गौरा की गडही पर अवैध कब्जा का मामला था। पूछताछ में मनोज ने बताया कि सुरेंद्र काफी दबंग थे और उसकी ग्राम पंचायत के एक अन्य भूखंड पर पहले से ही कब्जा जमाए थे। फिर ग्राम पंचायत की गड़ही पर उनकी कुनजर लग गई थी। इसके लिए उसने उन्हें टोका भी था। तब वह उल्टे उसी की हत्या कराने की साजिश करने लगे थे। उस दशा में उसने सुरेंद्र यादव की हत्या का प्लान बनाया। पुलिस कप्तान ने बताया कि मनोज सिंह अपनी ग्राम पंचायत का खुद भी प्रधान रह चुका है। उसके खिलाफ सादात थाना के अलावा अन्य थानों में हत्या, हत्या के प्रयास सहित कुल 22 संगीन मामले दर्ज हैं। इसी तरह कृष्णपाल भी शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ इलाहाबाद के थाने में मामला दर्ज है। पुलिस कप्तान के अनुसार मनोज व अन्य दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी बुधवार की शाम करीब सवा चार बजे सैदपुर कोतवाली के जोगीवीर तिराहे से हुई। उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल पिस्तौल, बाईक और तीन मोबाइल फोन बरामद हुआ।