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गाजीपुर: धूमधाम से मनाया गया लटिया महोत्सव: डा. सतवीर सिंह ने कहा बुद्ध के उपदेश पर चलकर ही भारत बन सकता है विश्वगुरू

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लटिया गांव जमानियां में 23वीं संगीति के अवसर पर शनिवार को लटिया महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में क्षेत्र के साथ अन्य प्रदेशों एवं देश के हर तरफ से बौद्ध अनुयायी के पहुंचने का सिलसिला कई दिनों से चलता आ रहा। कार्यक्रम की शुरुआत लटिया गांव स्थित स्तंभ के नीचे पंचशील दीप प्रवज्जलित करने के साथ आयोजित कार्यक्रम स्थल पर ध्वजारोहण के साथ की गयी। इसके बाद आयोजको द्वारा आये हुए अतिथियों को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भारतीय संविधान और आम जनमानस विषय सहित अन्य बिंदुओं पर आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए। बजट शत्र होने की व्यस्तता के चलते भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. सतबीर सिंह सैनी पूर्व एडीसी यमुना नगर हरियाणा को बनाया गया। 

सैनी ने कहां की भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को हर धर्म के धर्मग्रंथों को पढ़ने एवं उसके लोक कल्याणकारी सार अंशो को अपने जीवन में अमल करने की इज्जाजत देता है।साथ ही साथ राष्ट्र की एकता और अखण्डता एवं आपसी भाई चारा को अपने कार्यो एवं बयानों से अपमानित एवं खंडित करने की इजाजत नही देता। किसी संप्रदाय विशेष के धर्मग्रंथ  को भारत के नागरिकों पर थोपा नही जा सकता है। यह संविधान का उल्लघंन और लोकतांत्रिक तानाशाही होंगी। क्यों कि व्यक्ति एवं राष्ट्र के विकास के लिए बौद्धिक स्वतंन्त्रता अनिवार्य है। भारतीय संविधान की मूलभावना का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्त्यब है। वही उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध ने अपने जीवन में कई ऐसे अनमोल उपदेश दिए है। 

जिनको मानने से आप अपने जीवन में कई सफलताओं को प्राप्त कर सकते है। बुद्ध के हर एक उपदेश हमें कुछ न कुछ सिखाती है। जिससे आपको जिंदगी में सीखने को बहुत कुछ मिलेगा। भगवान गौतम बुद्ध ने कहा है कि हम वही बनते है। जो हम सब सोचते है। जिस तरह कोई व्यक्ति बुरी सोच के साथ बोलता या काम करता है, तो उसे कष्ट ही मिलता है। यदि कोई व्यक्ति शुद्ध विचारों के साथ बोलता या काम करता है, तो उसकी परछाई की तरह खुशी उसका साथ कभी नहीं छोडती।हमेशा हमें अपना काम करना चाहिए। कभी भी भविष्य के बारें में नहीं सोचना चाहिए। परिश्रम करते समय अपने अतीत पर नहीं उलझना चाहिए। बस जिस समय जो काम कर रहे हो उसी काम पर लगा रहना चाहिए। इसीसे आपको खुशी मिलेगी। सम्राट अशोक क्लब द्वारा आयोजित लटिया महोत्सव का यह कार्यक्रम देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने की बात कहती है। 

विशिष्ठ अतिथि पूज्य धर्म गुरु भंते तारासावा ने कहा कि आज भी तथागत गौतम बुद्ध प्रांसगिक है। उनके बताये सत्य,अहिंसा ,प्रेम,त्याग और करुणा के मार्ग को अपना कर समाज उन्नति और शांति प्राप्त कर सकता है। भगवान बुद्ध के उपदेशों को अपनाकर मनुष्य अपने अपने साथ साथ दुसरो का जीवन भी प्रकाश मय कर सकता है।वही धर्म गुरु लामा लोब्जंग ने भी भगवान गौतम बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला तथा उनके उपदेशों को जीवन मे आत्मसात करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्त्ता डॉ सच्चितानंद मौर्य ने कहा कि लटिया का यह अशोक स्तंभ भारत के लोक कल्याणकारी गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है।जिसके कारण भारत यवनो की गुलामी से आजाद होकर विश्वमंच पर भारत विश्वगुरु और विश्वविजेता कहलाया।आज अगर भारत मे कोई विदेशी भारत भ्रमण करने आता है या कोई अनुदान देता है। 

तो वह बुद्ध और अशोक के कारण और किसी के कारण नही। सम्राट अशोक क्लब ऐसी ही महान गौरवशाली ऐतिहासिक सांस्कृति के प्रतीक भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति आम जनता को जागरूक करता है। ताकि धर्म ,संप्रदाय से ऊपर उठकर लोगों में राष्ट्रीयता का भाव पैदा हो। इस मौक पर धनञ्जय मौर्य, संतोष कुशवाहा ,जय सिंह मौर्य, ऋषिकांत मौर्य, राजा राम मौर्य, श्रवण कुमार, राजेन्द्र, आनंद, श्याम मोहन, डॉ शशिकांत मौर्य, डॉ आरपी सिंह और डॉ गोपाल सर्वजीत, मनोज, रामनिवास सहित आदि लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता डॉ दीना नाथ मौर्य ने किया। संचालन कुमार प्रवीण एवं गिरीश मौर्य ने किया। आये हुए अतिथियों का स्‍वागत जिला पंचायत सदस्‍य व कुशवाहा महासभा के जिलाध्‍यक्ष धन्‍नजय मौर्या ने किया।

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