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गाजीपुर: आवारा पशुओं के लिए प्रशासन की कवायद शुरु

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मारे-मारे फिर रहे बेसहारा पशुओं के दिन अब संवरने लगे हैं। प्रदेश सरकार के निर्देश पर पूरा प्रशासन अब उन्हें सहारा देने व दाना-पानी की व्यवस्था करने में युद्ध स्तर पर जुट गया है। उनके लिए गांव-गांव गो-आश्रय केंद्र तो बनाए ही जा रहे हैं, इसके अलावा जिले में 13 पशु अभयारण्य भी बनाए जाएंगे। यहां पर बेसहारा पशुओं के लिए हर सुविधा उपलब्ध होगी। पशु अभयारण्य उन स्थानों पर विकसित किए जा रहे हैं जहां तीन हेक्टयेर से अधिक भूमि चरागाह या पशुचर है। जिले में ऐसे 13 स्थान चिह्नित किए गए हैं।

पशु अभयारण्य में गो-आश्रय से कहीं बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें शेड बनाया जाएगा ताकि पशुओं को धूप, बरसात व ठंड से बचाया जा सके। तालाब बनाया जाएगा ताकि वह आसानी से पानी पी सकें और जल संरक्षण का काम भी हो सके। सबमर्सिबल लगाया जाएगा ताकि पानी की कोई समस्या न हो। एक हिस्से में चरागाह बनाया जाएगा ताकि पशु उसमें घास चर सकें। चहारदीवारी व गेट बनाया जाएगा ताकि पशु सुरक्षित रह सकें। वर्मी कंपोस्ट पिट बनाया जाएगा ताकि पशुओं के गोबर से खाद तैयार किया जा सके। चारा बैंक बनाया जाएगा ताकि पशुओं को भरपेट चारा मिल सके। चौकीदार कक्ष भी बनाया जाएगा और यहां बिजली व सोलर लाइट की भी व्यवस्था होगी।

यहां बनेंगे पशु अभयारण्य – सीडीओ हरीकेश
कासिमाबाद ब्लाक के परजीपाह, जखनियां ब्लाक के अलीपुर मदरा, चौजा खास व सिखड़ी, जमानियां ब्लाक में देवा बैरनपुर, सैदपुर ब्लाक में मौधा, देवकली ब्लाक में गौड़ा कला, सादात ब्लाक में रामपुर हरवंश एवं इटवां व बघांव, मनिहारी ब्लाक में पहाड़पुर खुर्द, रेवतीपुर ब्लाक में नौली, बिरनो ब्लाक में बिरनो व बद्धुपुर। – इन 13 स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है। यहां पर पशु अभयारण्य बनाने की कवायद चल रही है। इसमें बेसहारा पशुओं को पर्याप्त मात्रा में चारा आदि मिलेगा। अन्य आश्रय स्थलों पर भी काम चल रहा है।
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