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गाजीपुर: जब मंत्रीजी अपने हाथों में थामे फावड़ा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भाजपा सरकार का नारा है सबका साथ-सबका विकास और साफ नियत-सही विकास लेकिन इन नारों की सच्चाई।…जी हां! यह जानकार आप हैरान रह जाएंगे कि सरकार के खुद एक कैबिनेट मंत्री के साथ क्या हुआ। हालात ऐसे क्या बने कि उन्हें अपने हाथों में फावड़ा उठाना पड़ा। वाकया कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के साथ का है। वह भी अपने पैतृक गांव वाराणसी के सिंधौरा ब्लाक के गांव फतेहपुर खौदा का। 24 जून को उनके नवविवाहित बड़े बेटे डॉ.अरविंद राजभर का रिसेप्शन है। 

उसमें लगभग हर प्रमुख दल सहित नौकरशाह तक आमंत्रित हैं। यह नौबत आई क्यों। यह सवाल खुद उनकी सरकार की कार्यप्रणाली पर उठ रहा है। कैबिनेट मंत्री के पैतृक गांव के संपर्क मार्ग से आयोजन स्थल की कुल दूरी 500 मीटर है। इसके लिए उन्होंने छह माह पहले सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव दिया था लेकिन उनका प्रस्ताव नौकरशाही की लापरवाही का भे्ंट चढ़ गया। ऐसे में मंत्रीजी क्या करते। 

शनिवार को वह खुद ही फावड़ा उठाए। दोनों बेटों को साथ लिए और श्रमदान में जुट गए। मालूम हो कि ओमप्रकाश राजभर की शादी 21 जून को थी। रिसेप्शन में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लगायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा तमाम दिग्गज नेताओं को उन्होंने आमंत्रित किया है। जाहिर है कि उस दशा में कार्यक्रम स्थल तक सड़क नहीं बने तो मेजबान के रूप में ओमप्रकाश राजभर पर क्या गुजरेगी। मालूम हो कि डॉ. अरविंद राजभर की  शादी मऊ जिले के मुहम्मदाबाद गोहना में माधुरी राजभर से हुई है।

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