गाजीपुर नवली कांडः राकेश त्रिपाठी को सौंपी गई रेवतीपुर की थानेदारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर रेवतीपुर नवली गांव के हालात अब सुधरने लगे हैं। इसी बीच पुलिस कप्तान सोमेन बर्मा ने रेवतीपुर थाने की जिम्मेदारी राकेश त्रिपाठी को सौंप दी है। रविवार को सपा नेताओं का एक दल गांव का दौरा किया और पक्ष से बात की। दल ने घटना स्थल का जायजा लिया। पीड़ित पक्षों से घटनाक्रम की जानकारी ली। ग्राम प्रधान विमला सिंह के घर में हुई तोड़फोड़ को देखा। दल में शामिल वरिष्ठ नेता राजेश राय पप्पू ने कहा कि मामला का कारण मामूली था लेकिन अराजकतत्वों ने इसे गंभीर रूप दे दिया। नतीजा दलित और ठाकुर आमने-सामने आ गए। रही सही कसर तत्काली प्रभारी सीओ डॉ.कृष्णकांत सरोज ने पूरी कर दी। उन्होंने ग्राम प्रधान के घर में जानबूझ कर तोड़फोड़ कराई।
उन्होंने कहा कि इस मामले को उनकी पार्टी गंभीरता से ली है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई सुनिश्चित कराएगी। उन्होंने ग्रामीणों से फिर से भाईचारा और शांति बहाली का आग्रह किया। दल में पूर्व जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, उमाशंकर सिंह, रणजीत यादव, अजय सिंह, श्यामनारायण यादव, मोहम्मद अली अंसारी, अलाउद्दीन, सत्तार, हरदेव, विजय गुप्त, विनय पाण्डेय, लल्लन सिंह, भुआल सिंह आदि शामिल थे। मालूम हो कि बीते 19 जून की रात करीब आठ बजे गांव के दलित और ठाकुर आमने-सामने आ गए थे। दलितों ने ग्राम प्रधान के कटरे के आसपास की गुमटियों को तोड़-पलट दिया था। संयोगवश मौके पर पहुंचे सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह को भी उग्र दलितों का सामना करना पड़ा।
किसी तरह वह अपनी गाड़ी के बजाय बाइक पर बैठ कर वह वहां से निकल पाए थे। फिर सुबह भी यही नौबत आई। उसके बाद प्रभारी सीओ डॉ.कृष्णकांत सरोज की अगुवाई में पुलिस फोर्स भेजी गई लेकिन बताते हैं कि उन्होंने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए ग्राम प्रधान तथा उनके पटीदारों के घर में पुलिस बल को भेज कर तोड़फोड़ कराई। यह खबर मिलते ही भाजपा विधायक अलका राय तथा सुनीता सिंह मौके पर पहुंच कर धरने पर बैठ गईं। आखिर में प्रभारी सीओ को जमानियां का प्रभार वापस ले लिया गया। साथ ही तत्कालीन एसओ रेवतीपुर रामबहादुर चौधरी तथा नायब दारोगा जितेंद्र कुमार को निलंबित किया गया।
उसी क्रम में एसएचओ दिलदारनगर अखिलेश कुमार त्रिपाठी लाईन हाजिर हुए। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से कुल 20 लोग नामजद तथा 90 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। नामजद लोगों में दोनों पक्षों के कुल पांच लोग गिरफ्तार किए गए। उनमें ग्राम प्रधान पति लालबहादुर सिंह भी शामिल रहे। इस मामले में दोनों पक्षों के कुल पांच लोग गिरफ्तार किए गए। उनमें ग्राम प्रधान पति लालबहादुर सिंह भी शामिल रहे। प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की मजिस्ट्रेट जांच करने की घोषणा की। फिलहाल दिलदारनगर के लिए नए थानेदार की तैनाती नहीं हुई है।