गाजीपुर: मुठभेड़ में पकड़ा गया 25 हजार का ईनामी कॉंट्रैक्ट किलर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बिरनो पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी मिलने की खबर आ रही है। मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का ईनामी बदमाश विकाश खरवार पकड़ा गया है। हालांकि पुलिस की ओर फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है लेकिन खबर यही है कि क्षेत्र के नियांव के पास वह गिरफ्त में आया। मुठभेड़ में उसके पांव में चोट भी आई है। मालूम हो कि विकाश खरवार अंतर प्रांतीय कॉंट्रैक्ट किलर के रूप में कुख्यात है। पुलिस को उसकी तलाश काफी दिनों से थी। वह मूलतः जंगीपुर थाने के भगवतीपुर का रहने वाला है। वह गाजीपुर में कई हत्याओं में शामिल रहा है।
पुलिस की नजर में वह पहली बार तब आया था जब उसने मुहम्मदाबाद क्षेत्र में प्राथमिक जिला क्षिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष मुनींद्र राजभर की हत्या की। वह दिसंबर 2014 की बात है। उसके बाद 28 मई 2015 को भांवरकोल थाने के शेरपुर खुर्द में पूर्व बीडीसी सदस्य बिरजू राम की हत्या में भी उसके शामिल रहने की बात कही गई थी। फिर दो जुलाई 2015 में भांवरकोल थाने के ही खैराबारी में रामरूप यादव की हत्या में उसकी संलिप्तता बताई गई। कासिमाबाद थाने के अलावलपुर चट्टी पर डाही के ग्राम प्रधान जयप्रकाश राम की हत्या में भी वह वांछित था। यह हत्या पिछले साल 23 अगस्त को हुई थी।
गाजीपुर के अलावा जिला अमेठी के परवतपुर गांव के धर्मेंद्र सिंह की हत्या में भी वहां की पुलिस उसे तलाश रही थी। विकाश खरवार जैसे खूंखार अपराधी के गिरफ्त में आने की खबर से अपराध जगत की गतिविधियों पर नजर रखने वाले भी हैरान हैं। कुछ लोगों का कहना है कि संभव हो कि सूबे में अपराधियों के खिलाफ पुलिस के बढ़ते खौफ के चलते विकाश ने खुद को पुलिस के सामने करने की जोखिम उठाई हो। अन्य जिलों की तरह गाजीपुर के भी ईनामी अपराधी भूमिगत हो गए हैं। उन्हें पता है कि अगर गतिविधियां जारी रखे तो उनकी जान की गारंटी नहीं होगी।