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गाजीपुर: बस कंडक्टर की मंदिर में मिली लाश, हत्या की आशंका

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर भीमापार मंदिर में मंगलवार को तड़के बस कंडक्टर योगेंद्र कुमार(32) मृत मिला। घरवालों ने हत्या की आशंका जताई है। योगेंद्र के सिर के पीछे तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर संघातिक चोट के निशान थे। योगेंद्र पड़ोसी जिला आजमगढ़ के मेहनाजपुर थाने के बरवां गांव का रहने वाला था। वह सम्राट बस का कंडक्टर था। रोज की तरह बस सोमवार की देर शाम आजमगढ़ से भीमापार पहुंची और सवारी उतारने के बाद रात्रि ठहराव के लिए मंदिर परिसर में चली गई। 

चालक राजबहादुर ने बताया कि योगेंद्र ने उसे और खलासी को शिवपूजन सिंह को मेहनताना दिया। साथ ही खलासी को भोजन बनाने को कहा। खलासी भोजन बनाने से मना कर दिया। तब योगेंद्र ने पूर्व चालक सुभाष यादव से फोन पर उसकी बात कराई। तब वह भोजन बनाने के तैयार हो गया। 

उसके बाद योगेंद्र रसद खरीद कर उसे दिया और कहीं निकल गया। भोजन बनने के बाद भी जब नहीं आया तो राजबहादुर तथा शिवपूजन भोजन कर बस में सोने चले गए। सुबह उठने के बाद चालक राजबहादुर शौच के लिए निकला। तब उसकी नजर मंदिर में सोए योगेंद्र पर पड़ी। वह उसे आवाज दिया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उसे उठाने की जिम्मेदारी शिवपूजन को सौंप राजबहादुर शौच के लिए बढ़ गया। 

तब तक सवारियों का आना भी शुरू हो गया था। शिवपूजन योगेंद्र के पास पहुंच कर उसे उठने के लिए झकझोरा लेकिन उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। मौके पर मौजूद सवारियों ने माा कि संभव हो कि ठंड से उसकी मौत हुई। साथ ही उसके सिर के पीछे खून देख वह सिहर गया। 

यात्रियों की सलाह पर राजबहादुर तथा शिवपूजन बस में योगेंद्र की लाश रख उसके घर पहुंचे। घरवालों को ठंड  से मौत की बात पर यकीन नहीं हुआ। वह लाश की दशा देख हत्या की आशंका जताए। फिर वह उसी बस से लाश लेकर सैदपुर कोतवाली पहुंचे। कोतवाल शरदचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि युवक के सिर तथा शरीर के अन्य हिस्से में संघातिक चोट के निशान थे। लिहाजा उसकी मौत  संदिग्ध लग रही है। सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही सामने आएगी। फिलहाल इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है।
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