गाजीपुर: पूर्व शिक्षामंत्री स्व. कालीचरण के त्रयोदशाह पर राजनीतिक दिग्गजों ने दिया भावभीनी श्रद्धांजलि
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सादात पूर्व शिक्षामंत्री एवं समता कालेज के संस्थापक स्व. कालीचरण यादव के त्रयोदशाह पर शनिवार को अनेकों दिग्गज राजनेताओं, जनप्रतिनिधियों के साथ ही शिक्षा व अन्य विभागों से जुड़े लोगों और गणमान्यजनों का जमावड़ा लगा रहा।
आगंतुकों ने उनके छोटे भाई डा. शिवशंकर यादव, सुपुत्र सभाजीत यादव, पौत्र अभिषेक यादव, रणजीत, रणविजय, रणवीर आदि से मिलकर संवेदना जताने के उपरांत चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह के पुत्र जयंत चौधरी, विधायक डा.वीरेन्द्र यादव, एमएलसी विजय यादव, चेतनारायण सिंह, पूर्व धर्मार्थ मंत्री विजय कुमार मिश्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह, पूर्व मंत्री शैलेन्द्र यादव ललई, पूर्व मंत्री फागू चौहान, पूर्व सांसद रमाकांत यादव, राधेमोहन सिंह, पूर्व एमएलसी बच्चा यादव, सपा जिलाध्यक्ष डा. नन्हकू यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डा. मारकण्डेय सिंह, पूर्व प्राचार्य डा. अपरबल राम, छोटू यादव, रामनगीना यादव आदि ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। वक्ताओं ने कहा कि कालीचरणजी का संपूर्ण राजनीतिक जीवन किसी मनीषी से काम नहीं था।
वह समाज में रहने वाले हर तबके की छोटी से छोटी जरूरतों पर अपनी निगाह रखते थे। उनकी कैसे मदद की जाए इसके लिए वह सदैव चिंतित रहते थे। वह आजीवन गरीब मजदूर किसान छात्र नौजवान सबकी सच्ची रहनुमाई की अति पिछड़े जनपद गाजीपुर में शिक्षा के क्षेत्र में अपना अनुकरणीय योगदान देकर उन्होंने जो महान कार्य किया उसे कदापि भुलाया नहीं जा सकता। उन्हें गाजीपुर का महामना कहा जाए तो, इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। कहा उनके निधन से हमने एक राजनीतिक संत को खो दिया है।
समाज को इससे अपूरणीय क्षति हुई है। आज आवश्यकता इस बात की है की शिक्षा स्वास्थ्य सड़क बिजली पानी आदि सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर जिस सुंदर गाजीपुर का सपना बाबूजी ने देखा था, हम सब मिलकर ऐसा काम करें जिससे उनका सपना साकार हो सके यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर प्राचार्य डा. राजदेव यादव, प्रधानाचार्य डा. उमेश कुमार सिंह, डा. रणजीत सिंह, रमाशंकर यादव, सुनील सिंह, किशोर यादव, बबलू जायसवाल, सुरेंद्र यादव, उपेंद्र यादव, संतोष जायसवाल, बद्री मिश्र, अंकित बर्नवाल, अमित समेत अनेक शिक्षा संस्थानों के संस्था प्रमुख, शिक्षक व गणमान्यजन मौजूद रहे।