संबंधों को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं योगी आदित्यनाथ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक विशेषता यह भी है कि वह संबंधों को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं। कम से कम गाजीपुर के लोगों को इसका अनुभव है। बुधवार को वह नगर निकाय चुनाव अभियान के क्रम में वाराणसी पहुंचे थे। व्यस्तता के बावजूद वह यूपी कॉलेज के प्राचिन अतिथि भवन में भाजपा के दिवंगत कार्यकर्ता सभाजीत सिंह की बेटी अपराजिता के आयोजित मांगलिक समारोह में शामिल हुए। करीब आधा घंटा तक रुके। बेटी अपराजिता को आशीर्वाद दिए। परिवारीजनों का हाल जाने। उनके संग फोटो सेशन कराए।
दरअसल अपराजिता का विवाह 28 नवंबर को है। योगी उस दिन गुजरात विधानसभा चुनाव अभियान में रहेंगे। लिहाजा उन्होंने तिलकोत्सव में ही आने का निर्णय किया। योगी को अपने करीब पाकर सिंह परिवार गदगद था। मालूम हो कि गाजीपुर के भुड़कुड़ा थाने के मंझनपुर के रहने वाले भाजपा कार्यकर्ता सभाजीत सिंह की छह जुलाई 2007 की सुबह हत्या कर दी गई थी।
वह खबर सुनने के बाद योगी आदित्यनाथ काफी मर्माहत हुए थे। व्यवस्तता के कारण तब वह मंझनपुर तो नहीं पहुंच पाए थे लेकिन सभाजीत सिंह के परिवारीजनों को उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया था। उन्हीं के कहने पर गाजीपुर जिला प्रशासन सभाजीत सिंह के परिवार की सुरक्षा में घर पर पुलिस जवानों को तैनात किया था। उस घटना के पांच साल बाद 15 फरवरी 2012 को सभाजीत सिंह की पुत्री प्रियंका का विवाह हुआ।
उसमें योगी आने से नहीं चूके। परिवार के अभिभावक के रूप में वह वर-वधू को आशीर्वाद दिए थे। फिर सभाजीत सिंह के पिता लालजी सिंह के त्रयोदशाह में भाग लेने के लिए योगी दोबारा चार सितंबर 2016 को मंझनपुर आए थे। मालूम हो कि सभाजीत सिंह के अनुज श्रीराम सिंह आरआरएस के प्रचारक के रूप में करीब आठ साल तक गोरखपुर में रहे। लिहाजा वह भी योगी आदित्यनाथ के काफी निकटस्थ हो गए। वर्तमान में वह सह प्रांत प्रचारक के रूप में कानपुर क्षेत्र का काम देख रहे हैं।