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योगी सरकार के मंत्री ने बीजेपी सांसद को कहा कुत्ता!

बीजेपी के सहयोगी दल के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा सांसद को कहा कुत्ता।
गाजीपुर. उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर बातों ही बातों में बीजेपी सांसद को कुत्ता कह गए। उनका इशारा आगरा के सासद की ओर था। दरअसल ओम प्रकाश राजभर ने एक सभा में कहा था कि जितना बीजेपी का एक महीने का बजट है उतने की राजभर समाज एक दिन में शराब पी जाता है। इसके बाद आगरा से बीजेपी के सांसद ने ऐसे मंत्री को बरखास्त करने देने की बात कही थी।

ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर में थे। यहां उन्होंने अपनी पार्टी के कई कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने पांच अक्टूबर को लखनऊ में प्रस्तावित दलित और अति पिछड़ा चतना रैली में जाने के सिलसिले में एक कार्यक्रम जहूराबाद के कासिमाबाद में रखा गया था। इसके बाद वह मीडिया से भी मुखातिब हुए। उन्होंने एक बार फिर पूर्वांचल राज्य का राग छेड़ा। कहा कि यहां के 27 जिलों को मिलाकर एक पूर्वांचल राज्य बनना चाहिये।

क्या कहा ओम प्रकाश राजभर ने....
इसके बाद जब उनहोंने मीडिया के सवालों के जवाब दिये। उन्होंने इस दौरान बातों ही बातों में अपनी सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार कह डाला। पर दूसरे ही पल संभालते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये एक दिल्ली में तो दूसरा लखनऊ में बैठा है। उनका इशारा पीएम नरेन्द्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर था। कहा कि मौजूदा समय में देश के 130 करोड़ में से 100 करोड़ के ब्लड में भ्रष्टाचार है।

बीएचयू में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर सवाल हुआ तो कहा, सबसे बड़े दोषी वहां के कुलपति हैं। उन्होंने ही लाठीचार्ज कराया। यदि वे पीड़ित छात्राओं से मिले होते तो यह बवाल नहीं होता। जब ओम प्रकाश राजभर से आगरा के सांसद के उन्हें बरखास्त कर देने वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो वह असहज दिखे। पर मुस्कुराने जैसा मुंह बनाते हुए सांसद पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हाथी रास्ता पकड़ के जाता है और कुत्ते भोंकते रहते हैं। उनका इशारा बीजेपी सांसद की ओर बताया जा रहा है।

बता दें कि ओम प्रकाश राजभर अक्सर अपने भाषणों में कुछ विवादित बातें बोल जाते हैं। ऐसे ही उन्होंने कुछ दिन पहले यह कह दिया था कि जितना बीजेपी का एक माह का बजट है उतने की तो मेरा समाज एक दिन में शराब पी जाता है। उनका यह बयान कई बीजेपी नेताओं को रास नहीं आया था। आगरा के सांसद ने तो राजभर के इस बयान पर सख्त प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि ऐसे मंत्री को तो बरखास्त कर देना चाहिये।

इतना ही नहीं ओम प्रकाश राजभर कुछ महीनों पहले गाजीपुर के डीएम के ट्रांसफर को लेकर भी सुर्खियों में रहे। दरअसल कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने तत्कालीन जिलाधिकारी संजय खत्री को हटाने के लिये अपनी ही सरकार के खिलाफ चार जुलाई को धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया। इसके बाद तो बीजेपी में भूचाल जैसा आ गया। सियासी हलकों में इस चेतावनी के मायने निकाले जाने लगे। पर उसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद उनकी दूसरी कुछ मांगें मान ली गयीं पर जिलाधिकारी का ट्रांसफर नहीं हुआ। इसके बाद से उन्होंने गाजीपुर आना ही छोड़ दिया। इधर जब डीएम का ट्रांसफर हुआ उसके बाद पहली बार बुधवार को वह गाजीपुर पहुंचे।

सरकारी सुरक्षा कर्मी बना राजभर की पार्टी का कर्यकर्ता
जनप्रतिनिधि बनने के बाद सरकार की ओर से सुरक्षा के लिये हर सांसद व विधायक को सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए जाते हैं। पर वो किसी पार्टी के नहीं होते। वह सरकारी सुरक्षा का हिस्सा होते हैं। लेकिन कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के सुरक्षाकर्मी का मामला इससे अलग है। उन्हें जो सुरक्षाकर्मी मिला है उसके हावभाव बता रहे हैं कि वह सरकार का मुलाजिम कम मंत्री जी की पार्टी का कार्यकर्ता ज्यादा है। कासिमाबाद के कार्यक्रम में ओम प्रकाश राजभर का सुरक्षाकर्मी रामू राजभर भासपा के रंग पीला गमछा बांधे भौकाल में नजर आया। जिस सर पर पुलिस की सरकारी टोपी होनी चाहिये उसपर एक पार्टी का प्रतीक गमछा बांधे वह बेधड़क मौजूद था। बाद में जब मीडिया के लोग तस्वीरें और वीडियो बनाने लगे तो तुरंत ही उसने गमछा उतार दिया।
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