सपाः ओम प्रकाश सिंह से मोह भंग! अरविंद पर लगाई दांव
गाजीपुर। सपा के प्रदेश और राष्ट्रीय अधिवेशन में चाहे जैसे पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह को मंच पर जगह मिली पर हकीकत यही है कि राष्ट्रीय नेतृत्व का उनसे मोह भंग हो चुका है। शायद यही वजह है कि इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उन्हें जगह नहीं मिली है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने सोमवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची जारी की। आमंत्रित सदस्यों सहित कुल 55 की सूची में उनका नाम नहीं है जबकि पिछली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में वह थे। पार्टी सूत्रों की मानी जाए तो लखनऊ में हुए प्रदेश अधिवेशन में इस लिए मंच पर जगह मिल गई कि वह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी से वहां तक पहुंचने के लिए कई बार चिरौरी किए। समय सीमा तय कर उनको बोलने का भी मौका मिला पर आगरा में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन के मंच पर वह जैसे-तैसे चढ़ तो गए लेकिन उनके लिए बोलना नसीब नहीं हुआ।
ऐसा नहीं कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन में गाजीपुर की उपेक्षा की है। गाजीपुर के संबुआ के रहने वाले एमएलसी अरविंद सिंह को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बतौर सदस्य जगह दी गई है लेकिन उसमें ओम प्रकाश सिंह जैसे कद्दावर नेता की अनदेखी को लेकर जरूर पार्टी में चर्चा शुरू हो गई है।
हालांकि पार्टी के एक नेता ने अपनी पहचान नहीं बताने की शर्त पर बताया कि ओम प्रकाश सिंह का राष्ट्रीय नेतृत्व उपेक्षा नहीं कर रहा है। उनका कहना था कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची पर नजर डाली जाए तो उन नेताओं को उसमें शामिल नहीं किया गया है जो अगले लोकसभा चुनाव के दावेदार हैं। मसलन गाजीपुर के पड़ोसी जिला बलिया के राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर तक उसमें नहीं हैं लेकिन गाजीपुर के आम पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि ओम प्रकाश सिंह शिवपाल यादव खेमे के हैं। उस स्थिति में उनका पत्ता कटना ही था।