गाजीपुर - निकाय चुनाव में मनोज सिन्हा, अफजाल अंसारी व डा. विरेंद्र यादव का राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर
गाजीपुर। निकाय चुनाव की आरक्षण की सूची जारी होते ही सभी दलों में सरगर्मी तेज हो गयी है। सपा, बसपा व भाजपा के जिला संगठन व बड़े नेताओं ने तबातोड़ बैठकें कर अपने-अपने सभासद व अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की सूची फाइनल करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। इस बार सपा और बसपा के चुनाव मैदान में आने से निकाय चुनाव का मुकाबला और रोमांचक हो गया है। निकाय चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमी फाइनल मैच माना जा रहा है।
इस सेमीफाइनल मैच में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, पूर्व सांसद अफजाल अंसारी व सपा विधायक डा. विरेंद्र यादव का प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। यह चुनाव इन तीनों नेताओं का अग्नि परीक्षा है। पिछले निकाय चुनाव में भाजपा का अध्यक्ष पद पर नगरपालिका गाजीपुर व नगर पंचायत सादात पर कब्जा था। कौमी एकता दल का नगरपालिका मुहम्मदाबाद, नगर पंचायत बहादुरगंज, नगरपंचायत सादात, व नगरपंचायत दिलदारनगर के अध्यक्ष पद पर कब्जा था। नगरपालिका जमानियां के अध्यक्ष पद पर निर्दल प्रत्याशी अनिल गुप्ता काबिज है।
नगर पंचायत जंगीपुर में बसपा समर्थित प्रत्याशी सत्यनारायण गुप्ता का अध्यक्ष पद पर कब्जा था। वर्तमान समय में भाजपा के लिए निकाय चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय का गृह जनपद भी गाजीपुर है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का राजनीतिक प्रभाव जिले से लेकर दिल्ली तक काफी बढ़ा है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा पीएम मोदी और अमित शाह के गुडबुक में माने जाते हैं। ऐसे में निकाय चुनाव का सेमीफाइल मैच मनोज सिन्हा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। पूर्व सांसद व बसपा के वरिष्ठ नेता अफजाल अंसारी के लिए भी निकाय चुनाव काफी अहमियत रखता है। कौमी एकता दल के बसपा से विलय के बाद सपा सुप्रीमो के नजर में अपनी अहमियत दिखाने का यह सुनहरा मौका है।
भाजपा और सपा से विधानसभा चुनाव में हार का बदला लेने के लिए अंसारी बंधु निकाय चुनाव जीतने का हर संभव प्रयास करेंगे। जिससे कि बसपा में उनका वर्चस्व और बढ़ जाये। समाजवादी पार्टी के जिले की कमान वर्तमान समय में युवा विधायक डा. विरेंद्र यादव के हाथों में है। जिला पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव में समाजवादी जीत की हीरो रहे डा. विरेंद्र यादव वर्तमान समय में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के मेरिट में टाप पर हैं। इसीलिए पार्टी हाईकमान ने विरेंद्र यादव पर निकाय चुनाव के लिए भरोसा जताया है। निकाय चुनाव में भाजपा, बसपा व सपा मे से कौन बाजी मारेगा यह तो आने वाला समय बतायेगा। लेकिन इस सेमीफाइनल मैच में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, पूर्व सांसद अफजाल अंसारी व विधायक डा. विरेंद्र यादव का प्रतिष्ठा दांव पर लगा हुआ है।