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अपहृत 24 घंटे बाद नहर किनारे मिला अचेत

सैदपुर। देवचंदपुर गांव के अपहृत युवक मनोज सिंह झल्लन अपहरण के करीब 24 घंटे बाद शुक्रवार की सुबह सादात थाना क्षेत्र के गौरा गांव के पास पास नहर किनारे अचेत मिले। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस के अनुसार झल्लन पर ग्रामीणों की नजर पड़ी। उसे किसी तरह होश में लाए। फिर झल्लन ग्रामीणों के फोन से अपनी बहन अर्चना सिंह को फोन किया। 

संयोग से अर्चना उस वक्त कोतवाली में ही थीं। उसके बाद पुलिस संग वह मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह एक चार पहिया वाहन एक-दो बार दिखा। संभव हो कि उसी वाहन से उन्हें लाकर नहर किनारे फेंका गया होगा। मालूम हो कि गुरुवार की सुबह झल्लन अपने भतीजा कृष्णा सिंह के साथ चरी काटने जा रहे थे। उसी बीच मारुति कार सवार चार बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया। उसके बाद घर लौट कर भतीजा कृष्णा ने अपहरण की जानकारी दी। 

कृष्णा ने अपहर्ताओं में मटखन्ना गांव के किशन यादव की पहचान बताई। अपहरण के मामले में झल्लन की मां उमा देवी ने किशन यादव तथा उसके तीन अज्ञात साथियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। उनका कहना था कि किशन झल्लन का गहरा मित्र था लेकिन तीन माह पहले जेवल गांव के एक युवक को लेकर उसका झल्लन से झगड़ा हो गया था। संभव हो कि उसी खुन्नस में उसने झल्लन का अपहरण किया। एफआइआर के आधार पर पुलिस किशन को उसके घर से गिरफ्तार कर ली। सीओ सर्वेश मिश्र बताया कि जब तक अपहृत झल्लन घटनाक्रम के बारे में जानकारी नहीं देगा तब तक पुलिस की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकती। घरवालों को आशंका है कि अपहरण के बाद अपहर्ता झल्लन को कोई नशीली दवा की खुराक दे दिए। इसी लिए वह अचेत हो गया।
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