भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हासिये पर आये पुरनियों को मुख्य धारा से जोड़ने में कितने होंगे कामयाब
गाजीपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय के प्रथम जनपद आगमन पर युवा कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा के दूरदिन में कभी शाख न छोड़ने वाले नेता व कार्यकर्ता वर्तमान समय में हासिये पर आ गये हैं। उन नेताओं व कार्यकर्ताओं को महेंद्रनाथ पांडेय फिर से मुख्य धारा में जोड़ पाने में कितना कामयाब होंगे।
भाजपा के वनवास के समय प्रो. बाबूलाल बलवंत, पूर्व एमएलसी बृजभूषण कुशवाहा रामहित राम, शारदा चौहान, सिंहासन सिंह, जितेंद्र नाथ पांडेय, विजयशंकर राय, नंदा राजभर व डा. मुकेश सिंह जैसे सैकडों नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रति निष्ठा के साथ तन-मन-धन से संघर्ष करते रहे कि एक समय भाजपा का अच्छा दिन आयेगा। 2014 से भाजपा का सूरज भारतीय राजनीति में जगमगाता हुआ मोदी के नेतृत्व में उदय हुआ। जो 2017 में देश-प्रदेश में छा गया।
भाजपा के अच्छे दिन तो आ गये लेकिन दूरदिन में साथ देने वाले नेताओं का दुर्दशा उसी समय से शुरु हो गया। कामयाब जनप्रतिनिधियों ने उनके तरफ से अपना मुंह मोड़ लिया और वह सत्ता के चकाचौंध में खो गये। इन नेताओं के सामने उस समय बहुत विकट परिस्थिति होती है जब कोई कार्यकर्ता अपना काम लेकर उनके पास जाता है और वह अपने जनप्रतिनिधियों के काम नही करा पाते है जिनके लिए वह क्षेत्रों में दिन-रात एक करके वोट मांगे थें। इस संदर्भ में पूर्व एमएलसी बाबूलाल बलवंत ने बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय संगठन के मजबूत सिपाही हैं।
वह हर नये-पुराने कार्यकर्ताओं का ख्याल रखते हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा को एक नई पहचान मिलेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता रामहित राम ने बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय काफी समय से संगठन से जुड़े रहे इसलिए वह नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हैं। 2019 में महेंद्र नाथ पांडेय के नेतृत्व में भाजपा को बहुमत मिलेगी।