नहीं मिली इजाजत फिर भी माले का निकला विरोध मार्च
सैदपुर। पुलिस के खिलाफ भाकपा माले के विरोध मार्च को प्रशासन ने इजाजत नहीं दी थी। बावजूद सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता औड़िहार बाजार में शुक्रवार को विरोध मार्च निकाल कर ही माने। एहतियात के तौर पर सैदपुर एसडीएम सत्यम मिश्र सर्किल के सभी थानों की फोर्स समेत मौके पर मौजूद रहे। कार्यकर्ता सुबह से ही औड़िहार रेलवे मैदान में जुटना शुरू हो गए थे।
उनकी तादात देख अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। किसी तरह पार्टी नेताओं को मनाया गया। तब सैदपुर तहसील मुख्यालय तक विरोध मार्च को स्थगित कर औड़िहार बाजार में ही मार्च निकालने की बात पर पार्टी नेता माने। विरोध मार्च के बाद औड़िहार रेलवे मैदान में सभा हुई। उसमें सैदपुर सीओ तथा कोतवाल को हटाने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। वरिष्ठ नेता नंदकिशोर बिंद ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि प्रदेश को अपराध मुक्त करना है लेकिन सच्चाई यह है कि दलितों, गरीबों, मजदूरों के साथ सामंतवादी ताकतों का अत्याचार और बढ़ता जा रहा है।
औड़िहार में ही वनवासी की हत्या के लिए फायरिंग हुई। उनकी झोपड़ियां फूंक दी गई लेकिन अपराधी आज तक गिरफ्तार नहीं हुए। योगी सरकार थानों में फरियादियों को मेहमान की तरह सम्मान देने की बात कहती है जबकि सैदपुर सीओ फरियादियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। लिहाजा सीओ और कोतवाल को हटाने की जरूरत है। श्री बिंद ने कहा कि पात्रों को आवासीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत सस्ता राशन के लिए भी गरीब, दलित मोहताज हैं। सभा को पार्टी के जिला सचिव रामप्यारे राम, विजय बहादुर सिंह, लालबहादुर, सरोज यादव, गुलाब सिंह, डॉ.रणवीर सिंह, आजाद यादव, बेचू वनवासी आदि ने भी संबोधित किया। विरोध मार्च तथा सभा में महिलाओं की भी खासी संख्या थी। अंत में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।