गाजीपुर - जखनियां के किराना व्यवसायी नंदलाल की हत्या की थी सुपारी, पकड़े गए तीन कांट्रैक्ट किलर
गाजीपुर। जखनियां बाजार के किराना व्यवसायी नंदलाल गुप्त की हत्या की तैयारी थी। संयोग रहा कि बीते 11 सिंतबर को हमलावरों की गोली मिस हो गई थी और वह वह बाल-बाल बच गए थे। हमलावरों को उल्टे पांव भागना पड़ा था। यह रहस्योद्घाटन तब हुआ जब भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के चौजा मोड़ के पास सोमवार की रात करीब साढ़े आठ बजे मुठभेड़ में पुलिस तीन कांट्रैक्ट किलर को दबोची।
उनमें लालू उर्फ संतोष यादव पड़री, सैंपल उर्फ वीरेंद्र राजभर कौरा जखनियां तथा गोविंद यादव जखनियां गोविंद कोतवाली भुड़कुड़ा के रहने वाले हैं। पुलिस कप्तान सोमेन बर्मा ने इन्हें मंगलवार की दोपहर अपने ऑफिस में मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि भुड़कुड़ा पुलिस तथा क्राइम ब्रांच की टीम क्षेत्र में भ्रमण कर रही थी। उसी बीच बजरिये मुखबिर से सूचना मिली की तीन बदमाश दुल्लहपुर की ओर से पैदल आ रहे हैं। उसके बाद घेरेबंदी कर ली गई। तभी बदमाश आते दिखे। उन्हें ललकारा गया।
तभी एक बदमाश तमंचा निकाल कर पुलिस बल पर फायर झोंक दिया। सौभाग्य रहा कि कोई पुलिस कर्मी हताहत नहीं हुआ। किसी तरह तीनों बदमाशों को काबू में किया गया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि किराना व्यवसायी नंदलाल गुप्त की हत्या के लिए दो लाख रुपये की सुपारी भुड़़कुड़ा थाने के ही धर्मू दादा उर्फ धर्मनाथ यादव ने पांच माह पहले तय की थी। उसमें २० हजा रुपये बतौर अग्रिम मिल गए थे। नंदलाल गुप्त की हत्या कराने का धर्मू दादा का मकसद अपनी ग्राम पंचायत के प्रधान पद पर चुनाव में हार का बदला था।
प्लानिंग के तहत नंदलाल पर हमले के लिए लालू उर्फ संतोष यादव के साथ रवि शर्मा, वीर कुमार तथा भानु उर्फ चंद्रभान कश्यप भी मौके पर पहुंचे थे लेकिन गोली मिस होने के बाद नंदलाल के शोर पर आसपास के लोग उन्हें दौड़ा लिए थे। किसी तरह वह सब गिरफ्त में आने से बचे थे। लालू ने यह भी कबूला कि वह ट्रेनों में लूट तथा चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है।
इतना ही नहीं बीते नौ जुलाई को वह रवि शर्मा तथा वीर कुमार के साथ शादियाबाद थाने के परेवां नहर पुल पर हंसराजपुर के रामजीत राम की बाइक तथा पांच हजार रुपये नकद सहित मोबाइल फोन लूटा था। पुलिस कप्तान ने बताया कि लालू अंतर जनपदीय बदमाश है। उसके खिलाफ गाजीपुर सहित जीआरपी मऊ में कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने साथियों समेत लालू की गिरफ्तारी पर पुलिस टीम को शाबाशी दी और अपनी ओर से पांच हजार रुपये नकद देने की घोषणा की। पुलिस टीम में एसएचओ भुड़कुड़ा सुरेंद्र सिंह, क्राइम ब्रांच इंचार्ज टीबी सिंह, एसआई संजय कुमार मिश्र वगैरह थे।