पलट गए नेताजी! अखिलेश समर्थक खुश, शिवपाल समर्थक मायूस
गाजीपुर। सपा कार्यकर्ताओं की टकटकी सोमवार को लखनऊ में लगी थी। पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहुप्रतीक्षित प्रेस कांफ्रेंस का इन्हें इंतजार था। नीयत वक्त पर लखनऊ के लोहिया ट्रस्ट में मुलायम सिंह यादव की प्रेस कांफ्रेंस शुरू हुई। गाजीपुर के पार्टी कार्यकर्ता टीवी के सामने बैठ गए लेकिन यह क्या नेताजी वह नहीं बोले जैसा कि वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने कहा था। उनके मुताबिक नेताजी को नई पार्टी का ऐलान करना था लेकिन नेताजी ने साफ कहा-हम कोई नई पार्टी बनाने नहीं जा रहे हैं।
हालांकि वह अपने बेटे और पार्टी के मौजूदा मुखिया अखिलेश यादव के व्यवहार से खुद में उठे दर्द को वह छिपा नहीं पाए। उन्होंने कहा कि अखिलेश के बारे में मोदी ने सही कहा था कि सत्ता में रहते अखिलेश ने अपना किया वादा नहीं पूरा किया। अखिलेश जुबान के पक्के नहीं हैं। जो बाप का नहीं वह किसी का नहीं हो सकता। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पांच अक्टूबर को आगरा में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में वह नहीं जाएंगे। वह अखिलेश के निर्णयों से सहमत नहीं हैं। हालांकि एक सवाल पर पार्टी संरक्षक ने कहा-अगर अखिलेश मेरे पुत्र हैं तो उन्हें मेरा आशीर्वाद भी है। इस मौके पर श्री यादव ने भाजपा को भी आड़े हाथों लिया। कहे कि नोटबंदी से जनता को कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने विपक्षी एकता की वकालत करते हुए कहा कि देश को बचाने के लिए सभी पूरे विपक्ष को एक होना चाहिए। इस मौके पर पार्टी एमएलसी आशु मलिक, मधुकर जेटली, भगवती सिंह सहित कई नेता मौजू थे। नई पार्टी बनाने को लेकर नेताजी की जुबान से इन्कार की बात सुन गाजीपुर के अखिलेश यादव समर्थक नेताओं, कार्यकर्ता खुश हो गए लेकिन शिवपाल यादव के समर्थकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया।