गाजीपुर: ममता के अभेद किले को सेंध लगायेंगे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा
गाजीपुर। ममता बनर्जी को उनके गढ़ यानि पश्चिम बंगाल में घेरने के लिए बीजेपी ने कोशिशें तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने दीदी के किले में सेंध लगाने के लिए अपने तेज तर्रार नेताओं की फौज उतार दी है।
इसी क्रम में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को भी पश्चिम बंगाल के चार लोकसभा क्षेत्रों की कमान सौंपी गई हैं। इन क्षेत्रों में पार्टी के जनाधार को मजबूत करने की जिम्मेदारी मनोज सिन्हा के कंधों पर होगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने सबसे बड़ी चुनौती ममता बनर्जी हैं। बीजेपी की लाख कोशिशों के बाद भी पश्चिम बंगाल में पार्टी को अपेक्षित कामयाबी नहीं मिल पाई है।
विधानसभा के बाद निकाय चुनाव में भी बीजेपी ममता बनर्जी के आगे नहीं टिक पाई। ऐसे में लोकसभा चुनाव में दीदी के जादू को फीका करने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह ने अपने करीबी नेताओं को टास्क सौंपा हैं। अमित शाह के निर्देश पर मनोज सिन्हा को चार लोकसभा क्षेत्रों दमदम, बैरकपुर, कृष्णानगर और बारासाट की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। श्री सिन्हा शुक्रवार को बंगाल दौरे पर पहुंचे। कोलकाता स्थित पार्टी कार्यालय में उन्होंने इन क्षेत्रों के पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
मनोज सिन्हा के लिए बंगाल की राह आसान नहीं है। दीदी के गढ़ में मनोज सिन्हा के राजनीतिक अनुभव की अग्निपरीक्षा होगी। जानकारों के मुताबिक बंगाल में बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी संगठन को मजबूत बनाना है। मोदी और अमित शाह की जोड़ी इस राज्य में अभी तक आधा दर्जन से अधिक बड़े नेताओं को आजमा चुकी है लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिल पाई है। सिर्फ पिछले लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया जाए तो पार्टी अभी तक संघर्ष करती नजर आई है। पार्टी कैडर को मजबूत करने के साथ ही बंगाल में ममता के खिलाफ माहौल बनाना होगा। सूत्रों के मुताबिक अमित शाह को मनोज सिन्हा से बहुत उम्मीदें हैं। वो मनोज सिन्हा के राजनीतिक अनुभव का फायदा उठाना चाहते हैं।