जिला पंचायत की बैठक में हुई तीखी बहस
जिला पंचायत की बैठक शनिवार को पंचायत के सभागार में हुई। इसमें जिले के विकास कार्यों की चर्चा के दौरान सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई। सदस्यों ने विभिन्न विकास कार्यों के संबंध में विचार कर आवश्यक सुझाव दिए।
जिला पंचायत अध्यक्ष आशा यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला पंचायत सदस्य धर्मदेव यादव ने बैठक में जिलास्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति का मामला उठाया। कहा कि अधिकारी बैठक में उपस्थित न रहकर प्रतिनिधियों को भेज देते हैं। हरेंद्र यादव ने चहारन चट्टी से विश्रामपुर तक मार्ग के निर्माण का मामला सदन में उठाया।
पंचायत सदस्य सत्येंद्र यादव ने छलका पुल एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की चर्चा करते हुए महिला चिकित्सक की नियुक्ति करने की मांग की। श्री यादव ने नंदगंज बाजार की बदहाल सड़क की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया। इस पर रेल राज्यमंत्री के प्रतिनिधि सुनील सिंह की तरफ से उन्हें आश्वस्त किया गया। जंगीपुर के विधायक डा. विरेंद्र यादव ने जिला अस्पताल में उपचार सुविधाओं की बदहाली पर चिंता जताई। कहा कि गोराबाजार स्थित अस्पताल जल्द चालू करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक चालू नहीं किया गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि कुछ कमी रह गई है जिसे कार्यदायी संस्था की तरफ से पूरा किया जाना है। इसके बाद इसे चालू करा दिया जाएगा। इस पर रेल राज्यमंत्री के प्रतिनिधि सुनील सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब अस्पताल पूरा ही नहीं हुआ तो उसका उद्घाटन कैसे हो गया।
इसमें दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर दिलदारनगर के बंद पशु मेले का मामला भी उठाया गया।
बैठक में विधान परिषद सदस्य विजय यादव, विधायक सदर डा. संगीता बलवंत, जमानिया की विधायक सुनीता सिंह, मुख्य विकास अधिकारी चंद्रविजय सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता, राजू कुशवाहा सहित कई जिला पंचायत सदस्य उपस्थित थे। संचालन अपर मुख्य अधिकारी सुरेश कुमार ने किया।