संविदा व छंटनीशुदा बिजली कर्मियों का सत्याग्रह
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को अधिकारियों, कर्मचारियों, संविदाकर्मियों व छंटनीशुदाव कार्यरत मस्टररोल कर्मियों ने बुधवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय में सत्याग्रह किया। सत्याग्रह करने के बाद कर्मचारियों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को दिया।
सत्याग्रह को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की एकता के आगे झुककर प्रदेश सरकार व विद्युत प्रशासन को आंदोलन के एक दिन पूर्व सातवां वेतन आदेश निर्गत करना पड़ा, यह समिति की विजय है। उन्होंने बताया कि जब तक वेतन विसंगतियों को दूर नहीं किया जाता, संविदा को सीधे विभाग से भुगतान किए जाने, पुरानी पेंशन नीति को लागू किए जाने आदि मुद्दों पर जब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। वरिष्ठ नेता इंतजार यादव ने बताया कि सातवें वेतनमान सहित सभी विभागों पर आदेश प्रदेश सरकार व विद्युत प्रशासन से संघर्ष समिति ही दिलाएगी। किसी अन्य में यह ताकत नहीं है कि किसी कर्मचारी को दिला सके। कतिपय लोग विद्युत कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने सभी कर्मचारियों से ऐसे तत्वों से बचकर संगर्ष समिति को मजबूत बनाने की अपील की। सभा में संजय यादव ने कहा कि यदि हमारी मांगों पर प्रदेश सरकार एवं विभागीय प्रबंधन कोई ठोस कार्रवाई करते हुए मांगों पर आदेश पारित नहीं किया गया तो 12 सितम्बर से प्रदेश के सभी बिजली कर्मचारी व अधिकारी कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे। जिससे प्रदेश बड़े बिजली संकट में फंस सकता है।
इंजीनियर आरआर प्रसादन ने सभी कर्मचारियों व अधिकारियों से एकता बनाए रखने की अपील करते हुए प्रदेश सरकार एवं विभागीय प्रबंधन से अविलंब मांगों के निस्तारण की मांग किया।