Today Breaking News

अफसरों की लापरवाही पर भड़के प्रभारी मंत्री, DPRO समेत कई अधिकारियों की ली क्लास

प्रदेश के विधि मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला पंचायत के सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान प्रभारी मंत्री के सामने झूठी सूचना देने पर वह भड़क गए। उन्होंने डीपीआरओ सहित कई अधिकारियों की जमकर क्लास ली। कहा कि अगर जांच करा दिया तो कई अफसर निलंबित हो जाएंगे। इसलिए तत्काल कार्य में सुधार लाया जाए। मुख्यमंत्री की मंशा है कि हर वर्ग का विकास हो। विकास के मामले में अगर कोई भी अधिकारी कर्मचारी लापरवाही करता है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम संजय कुमार खत्री एवं सीडीओ चंद्रविजय सिंह की मौजूदगी में जिला पंचायत सभागार में प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक ने बारह बजे से विकास कार्यों की बैठक शुरू की। बैठक के दौरान सभी विभाग अपने अपने विभाग के हुए कार्यों को प्रस्तुत कर रहे थे। इस दौरान जमानियां विधायक सुनीता सिंह ने सफाईकर्मचारियों का मुद्दा उठाया। कहा कि जमानियां में सफाई की हालत बेहद खराब है। गांव के लोगों को साफ करना पड़ता है। शिकायत के बाद भी डीपीआरओ कार्रवाई करने से बचते हैं। इस पर प्रभारी मंत्री ने डीपीआरओ लालजी दूबे से सफाईकर्मियों के विषय में जानकारी ली। इस पर डीपीआरओ ने बताया कि पूरे जिले में 3388 सफाईकर्मी तैनात हैं। मंत्री ने फिर सवाल दागा कि कितने गांवों में तैनात रहते हैं। डीपीआरओ ने कहा कि शत प्रतिशत गांवों में ही तैनाती है। इसके बाद प्रभारी मंत्री का पारा चढ़ गया।

वह भड़कते हुए बोले कि अगर अभी जांच करा दिया तो महज 50 प्रतिशत ही सफाईकर्मी गांवों में मिलेंगे। शेष का कहीं पता नहीं चलेगा। साफ तौर से बताइए कि कितने सफाईकर्मी अटैच हैं। इस पर डीपीआरओ ने कहा कि दस प्रतिशत तैनात हैं। प्रभारी मंत्री ने कहा कि झूठ बोलना बंद करें। अगर जांच हुई तो आपका निलंबन तय है। इसके बाद मंत्री ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि गांवों में बेहतर ढंग से सफाई कराएं। सभी कर्मचारियों को परिचय पत्र उपलब्ध कराया जाए। साथ ही गांव के सार्वजनिक स्थानों पर सफाईकर्मी, प्रधान, और डीपीआरओ के साथ ही एडीओ पंचायत का मोबाइल नंबर लिखा जाए। कहा कि अगली बार जनपद दौरे पर आया तो गांवों में सफाई का हाल अवश्य लिया जाएगा। यही हाल बेसिक शिक्षा विभाग का रहा। यूनिफार्म वितरण को लेकर विभाग ने झूठी सूचना उपलब्ध करा दी। कहा कि जूनियर में 84 प्रतिशत और प्राथमिक विद्यालयों में 82 प्रतिशत यूनिफार्म का वितरण हो चुका है।

मौके पर मौजूद एमएलसी विशाल सिंह चंचल एवं जमानियां विधायक सुनीता सिंह से प्रभारी मंत्री ने पूछा कि आपने कितना यूनिफार्म वितरित किया। इस पर एमएलसी ने बताया कि वह सिर्फ बिरनो के गन्नापुर में इसका वितरण किए हैं। जबकि विधायक सुनीता सिंह ने बताया कि महज पांच स्कूलों में हमने बांटा है। मौके पर मौजूद प्रभारी बीएसए सीताराम ओझा से पूछा कि किस तरह से यूनिफार्म बंट रहा है। उन्होंने डीएम से कहा कि यूनिफार्म वितरण की जांच की जाए। इसके साथ ही अन्य विभागों की भी प्रभारी मंत्री ने गहनता से समीक्षा किया। उन्होंने जिले के अधिकारियों से कहा कि वह जिले में निवास करने वाली जनता के हित में काम करें। विकास की योजनाओं को हर हाल में समय से पूरा कराया जाए। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को चिंहित किया जाए। ताकि लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इस दौरान डीएम ने अधिकारियों को शासन की मंशा के अनुसार कार्य करने की नसीहत दी। इस मौके पर जमानियां विधायक सुनीता सिंह, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

बाढ़ के लिए ठोकर बनाने के दिए आदेश
जिले के प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक ने शुक्रवार को जिला पंचायत के सभागार में समीक्षा बैठक के दौरान बाढ़ को लेकर सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया। उन्होंने डीएम से कहा कि वह बाढ़ पर पैनी नजर रखे। उन्होंने एक्सईएन सिंचाई से कहा कि जैसे भी कटान रोकने के लिए ठोकर का निर्माण कराएं।

बैठक के दौरान जिले के भांवरकोल ब्लाक के सेमरा, शिवराय का पुरा, बच्छल का पुरा और करंडा के पुरैना सहित अन्य गांवों में गंगा कटान से कृषि योग्य भूमि गंगा में विलिन हो रही है। इससे किसानों की हालत काफी खराब हो गई है। ठोकर बनाने के नाम पर अभी तक सिंचाई विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। इस दौरान मौके पर मौजूद एक्सईएन सिंचाई से पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी तक विभाग को धनराशि नहीं मिल पाई है। धनराशि मिलने पर ही यह कार्य पूरा किया जा सकता है। इसके तत्काल बाद प्रभारी मंत्री ने प्रदेश के सिंचाई मंत्री से वार्ता की। वह गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे। उन्होंने जिले में कटान रोकने के लिए धनराशि जारी करने का आग्रह किया। साथ ही डीएम की भी बात कराई। इसके बाद उन्होंने एक्सईएन सिंचाई से कहा कि काम चालू करा दें। धनराशि जल्द भेज दी जाएगी। वह लखनऊ पहुंचकर इस मामले में खुद सिंचाई मंत्री से मिलेंगे। उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों से बाढ़ पर पैनी नजर रखने के लिए कहा। डीएम संजय कुमार खत्री ने बताया कि बाढ़ को लेकर पहले ही जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली है। वैसे जिले में बाढ़ का अभी कोई खतरा नहीं है लेकिन कटान को लेकर हम लोग बेहद चिंतित हैं।

डीएम रखें सफाईकर्मियों पर नजर
प्रभारी मंत्री ने कहा कि गांवों में होने वाली सफाई पर खुद डीएम नजर रखें। यह सुनिश्चित किया जाए कि गांवों में तैनात सफाईकर्मी काम कर रहे हैं या नहीं। अगर वह काम में हीलाहवाली कर रहे हैं तो उनके विरूद्ध तत्काल निलंबन से अवगत कराया जाए। डीपीआरओ रोजाना आधा दर्जन गांवों का निरीक्षण करें। ताकि गांवों को स्वच्छ करने में मदद मिल सके।

अब तक 240 गांव घोषित हुए ओडीएफ
डीपीआरओ लालजी दूबे ने प्रभारी मंत्री को बैठक के दौरान जानकारी दी कि अब तक स्वच्छ भारत मिशन से 240 गांवों को खुले में शौच मुक्त गांव घोषित कर दिया गया है। अभी 120 गांव प्रक्रिया में बने हैं। इन गांवों को भी जल्द ही खुले में स्वच्छ मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांवों में गौरव यात्रा निकालकर लोगों को जागरूक किया गया है।

मुहम्मदाबाद परसा मार्ग की मांगी रिपोर्ट
पीडब्ल्यूडी के खंड तीन से मुहम्मदाबाद परसा संपर्क मार्ग के लिए करीब आठ करोड़ रुपये की धनराशि अवुक्त होने के बाद भी मौके पर महज दस प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है। जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस पर प्रभारी मंत्री ने एक्सईएन को खड़ा कराया और पूछा कि कितनी सड़क बनी है। उन्होंने बताया कि काम चल रहा है। मामला संदिग्ध होने पर प्रभारी मंत्री ने आरईएस के एक्सईएन एवं पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता की टीम बनाकर तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच करने को कहा। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान कमी मिली तो संबंधित एक्सईएन को तत्काल निलंबित कराया जाएगा।

जिले में डाक्टरों की भारी कमी
सीएमओ ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले की सीएचसी एवं पीएचसी के साथ ही जिला अस्पताल में डाक्टरों की भारी कमी है। डाक्टरों की कमी के कारण मरीजों का अच्छे ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा है। इसकी जानकारी निदेशक के साथ ही शासन को भी दी गई है। मंत्री ने डाक्टरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भरोसा दिया।

दवा की आपूर्ति नहीं करने वाली फर्म हो ब्लैक लिस्टेड
प्रभारी मंत्री  ने सीएमओ से कहा कि गोरखपुर की घटना को ध्यान में रखकर काम किया जाए। अगर जिला अस्पताल में दवा की आपूर्ति संबंधित फर्म नहीं कर रही है तो तत्काल उसको ब्लैक लिस्टेड किया जाए। ऐसी किसी भी फर्म को नहीं रखना है जो चालीस हजार बकाया होने पर दवा की आपूर्ति बाधित कर दे रही है। इस पर कार्रवाई से अवगत कराया जाए।

तीन दिन में डीएम करें बीईओ का तबादला
प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि तीन दिन के भीतर जिले के समस्त ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों का तबादला करके अवगत कराया जाए। प्रभारी मंत्री ने बैठक के दौरान प्रभारी बीएसए सीता राम ओझा से पूछा कि जिले के ब्लाकों में कितने दिनों से खंड शिक्षा अधिकारी तैनात हैं। इस पर बताया गया कि यहां पर चार से पांच वर्ष से तैनात हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें तीन दिन में बदला जाए। बीएसए के बारे में जानकारी ली तो बताया गया कि मंत्री की बैठक को लेकर वह लखनऊ गए हुए हैं। उन्होंने डीएम को निर्देश दिया कि बीएसए के आने के तुरंत बाद खंड शिक्षा अधिकारियों का तबादला करके सूची की छाया प्रति उन्हें भी उपलब्ध कराई जाए।
'