सवारी जीप के धक्के से साइकिल सवार की मौत
दुल्लहपुर/धर्मागतपुर गाजीपुर : दुल्लहपुर के गाजीपुर- आजमगढ़ मार्ग पर बिथरिया मोड़ के पास सोमवार की सुबह सवारी वाहन के धक्के से अधेड़ की मौत हो गई। पुलिस शव को कब्जे में लेने के बाद मय वाहन चालक को पड़कर थाने लाई। जानकारी होने पर परिवार के लोग भी रोते-बिलखते थाने पहुंचे।
बिथरिया गांव निवासी किसान साधु शरण गिरि (55) सुबह करीब नौ बजे साइकिल से दुल्लहपुर बाजार जा रहे थे। गांव स्थित मोड़ के पास जिला मुख्यालय की ओर से सवारी लेकर आ रही तेज रफ्तार जीप ने धक्का मार दिया। इससे वह गिर पड़े। सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट लगने से वे लहूलुहान हो गए। आनन-फानन उन्हें जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही दम तोड़ दिए।
खेतीबारी से घर चलाते थे साधु
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक अपने पीछे चार पुत्र व एक पुत्री छोड़ गए हैं। सबसे छोटा पुत्र विकलांग है। बड़े पुत्र की शादी हो चुकी है। पुत्री अभी पढ़ रही है। तीन पुत्र आíथक तंगी की वजह से पढ़ाई छोड़ चुके है। साधु घर पर रहकर खेतीबारी का काम कर किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे।
रोडवेज के धक्के से बाइक क्षतिग्रस्त
सिटी रेलवे स्टेशन रोड पर नवापुरा मोहल्ले के बाद सोमवार की दोपहर रोडवेज के धक्के से बाइक क्षतिग्रस्त हो गई जबकि पिता-पुत्र बाल-बाल बच गए।
सुहवल के ताड़ीघाट निवासी अमरकांत ¨सह वर्तमान समय में गोड़ा देहाती स्थित गायत्री मंदिर के बाद मकान बनाकर रहते हैं। दोपहर में वे अपने पुत्र रूद्र प्रताप के साथ बैंक जा रहे थे। जैसे ही नवापुरा मोहल्ले के समीप पहुंचे तो रोडवेज से धक्का लग गया। पिता-पुत्र दूसरी ओर गिर गए, इससे उसकी जान बच गई।
करंट की चपेट में आने से वृद्ध की मौत
गाजीपुर: नगवा गांव में रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे करंट की चपेट में आने से वृद्ध गरजू यादव (60) की मौत हो गई वहीं उनका पुत्र अमरनाथ यादव मामूली रूप से झुलस गया। वृद्ध की मौत से घर में कोहराम मच गया।
रात को गरजू यादव लुंगी साफ कर छत पर बांधे गए अरगनी पर टांगे थे। यह लोहे के छड़ में बांधी गई थी। रात करीब साढ़े नौ बजे मच्छर काटने लगे तो वे लुंगी उतारने के लिए गए। इसे उतारने के दौरान विद्युत तार लोहे के छड़ से स्पर्श कर गया। इसके कारण अरगनी में करंट प्रवाहित होने लगा। वह जैसे ही इसके स्पर्श में आए करंट शरीर में दौड़ गया। इससे झुलस गए। काफी देर तक जब वे छत से नीचे नहीं आए तो उनका पुत्र अमरनाथ ऊपर गया। देखा कि वे जमीन पर गिरे हैं। जैसे ही वह पिता को उठाना चाहा तो वह भी करंट की जद में आकर गिर गया। यह देख वह शोर-शराबा करने लगा। आवाज सुनकर आसपास के अलावा घर के सदस्य पहुंचे तब तक गरजू की मौत हो चुकी थी। अगले दिन सोमवार को बिना पुलिस को सूचना दिए घरवाले शव का दाह संस्कार कर दिए।गरजू यादव खेती-बारी कर जीवन यापन करते थे। उनके तीन पुत्र व एक पुत्री हैं। उनकी मौत से घर में कोहराम मचा है।