उत्तराखंड के धारचूला में जिले का जवान लापता, सदमे में परिवार
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में बीते रविवार की रात बादल फटने की घटना से उपजे प्रलय में जिले का भी एक फौजी सपूत लापता है। जवान के लापता होने की जानकारी मिलते ही उसके परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। सेना के अधिकारी भी पीड़ित परिवार से बराबर संपर्क बनाए हुए हैं।
खानपुर थाना क्षेत्र के बभनौली गांव के राजकुमार यादव पुत्र स्व. सोमारू यादव पिथौरागढ़ के कैलाश मानसरोवर के रास्ते पर स्थापित 3 कुमाऊं रेजीमेन्ट के अस्थाई कैम्प में इन दिनों वहीं तैनात हैं। रविवार को वहां बादल फटने से भारी तबाही मची थी। सेना की ओर से एक जेसीओ सहित पांच लापता जवानों में राजकुमार यादव का नाम भी शामिल होने से पूरे क्षेत्र में हड़कम्प मचा हुआ है। जब से चीन की सीमा पर भारतीय सेना की सक्रियता बढ़ी है। तबसे सैन्य सामग्रियों को भी सीमा पर पहुंचाने का काम जोरों पर किया जा रहा है। इसी स्थान पर मालपा व मागती नाले से सटे क्षेत्र में हवलदार के पद पर ड्राइवर ट्रेड में राजकुमार की तैनाती बीते दो साल से थी। बादल फटने की घटना के कुछ देर बाद ही एक कर्नल रैंक के अधिकारी ने राजकुमार की पत्नी ममता को उनके पति के बादल फटने की घटना में लापता हो जाने की जानकारी दी। कुछ ही देर में यह खबर परिजनों,सगे सम्बन्धियों से होकर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।
लोग लापता जवान राजकुमार के घर पहुंचकर ढांढ़स बंधाने वालों का ताता लगा गया। घर में जवान राजकुमार की मां लालमती देवी,पत्नी ममता और भाई गजराज यादव का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं जब से पिता के गायब होने की सूचना मिली है। दो बेटे संस्कार 13 व देव 7 तथा बेटी सोनाली 11 अवाक हैं। उनके छोटे भाई गजराज ने बताया कि 1999 में राजकुमार ने सेना में नौकरी पर लगा था।अभी मई के पहले सप्ताह ही वह छुट्टी पर घर आये थे। पूरे एक माह बाद वे नौकरी पर वापस लौटे थे। घटना के चार दिन पहले ही राजकुमार ने घर फोनकर अपनी मां व भाई की खैरखबर ली थी। गजराज ने बताया कि सेना के अधिकारी उनके घर के फोन नम्बर पर प्रतिदिन की जानकारी उन्हें दे रहे हैं।
खानपुर थाना क्षेत्र के बभनौली गांव के राजकुमार यादव पुत्र स्व. सोमारू यादव पिथौरागढ़ के कैलाश मानसरोवर के रास्ते पर स्थापित 3 कुमाऊं रेजीमेन्ट के अस्थाई कैम्प में इन दिनों वहीं तैनात हैं। रविवार को वहां बादल फटने से भारी तबाही मची थी। सेना की ओर से एक जेसीओ सहित पांच लापता जवानों में राजकुमार यादव का नाम भी शामिल होने से पूरे क्षेत्र में हड़कम्प मचा हुआ है। जब से चीन की सीमा पर भारतीय सेना की सक्रियता बढ़ी है। तबसे सैन्य सामग्रियों को भी सीमा पर पहुंचाने का काम जोरों पर किया जा रहा है। इसी स्थान पर मालपा व मागती नाले से सटे क्षेत्र में हवलदार के पद पर ड्राइवर ट्रेड में राजकुमार की तैनाती बीते दो साल से थी। बादल फटने की घटना के कुछ देर बाद ही एक कर्नल रैंक के अधिकारी ने राजकुमार की पत्नी ममता को उनके पति के बादल फटने की घटना में लापता हो जाने की जानकारी दी। कुछ ही देर में यह खबर परिजनों,सगे सम्बन्धियों से होकर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।
लोग लापता जवान राजकुमार के घर पहुंचकर ढांढ़स बंधाने वालों का ताता लगा गया। घर में जवान राजकुमार की मां लालमती देवी,पत्नी ममता और भाई गजराज यादव का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं जब से पिता के गायब होने की सूचना मिली है। दो बेटे संस्कार 13 व देव 7 तथा बेटी सोनाली 11 अवाक हैं। उनके छोटे भाई गजराज ने बताया कि 1999 में राजकुमार ने सेना में नौकरी पर लगा था।अभी मई के पहले सप्ताह ही वह छुट्टी पर घर आये थे। पूरे एक माह बाद वे नौकरी पर वापस लौटे थे। घटना के चार दिन पहले ही राजकुमार ने घर फोनकर अपनी मां व भाई की खैरखबर ली थी। गजराज ने बताया कि सेना के अधिकारी उनके घर के फोन नम्बर पर प्रतिदिन की जानकारी उन्हें दे रहे हैं।