प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी में फंस गए बहुचर्चित बीएसए राजेश यादव, भाजयुमो नेता ने दी कोतवाली में तहरीर
गाजीपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के बहुचर्चित सदर एबीएसए राजेश यादव की लगता है अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है। बुधवार को भाजयुमो के प्रदेश मंत्री योगेश सिंह ने उनके खिलाफ शहर कोतवाली में तहरीर दी। मय साक्ष्य उन्होंने आरोप लगाया कि व्हॉटसअप ग्रुप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र, अमर्यादित टिप्पणी की है। उससे भाजपाजन सहित समाज के हर वर्ग के लोग आहत हैं। श्री यादव का यह कृत्य कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली का भी उल्लंघन करता है। लिहाजा इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।
तहरीर में भाजयुमो नेता ने व्हॉटसअप ग्रुप की उस टिप्पणी का स्क्रिन शॉट की छाया प्रति भी नत्थी की थी। उन्होंने कहा कि पहले भी वह इस तरह की टिप्पणियां करते रहे हैं। इस मौके पर कोतवाली में श्री सिंह के साथ विशिष्ट बीटीसी शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष अनंत सिंह सहित भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष अच्छे लाल गुप्त, पूर्व सदर मंडल अध्यक्ष भैयालाल तिवारी, वरिष्ठ नेता संकठा मिश्र, मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा, विद्यार्थी परिषद के पूर्व जिला संयोजक वैभव सिंह, कार्तिक गुप्त, मारकंडेय गुप्त आदि भी मौजूद थे।
इस सिलसिले में शहर कोतवाला राजीव सिंह से ग़ाज़ीपुर न्यूज़ ने चर्चा की। उन्होंने कहा कि सुसंगत धाराओं में एफआइआर दर्ज करने की कार्यवाही हो रही है। इस मामले में बीएसए श्रवण कुमार गुप्त से संपर्क की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। तब प्रभारी उप बेसिक शिक्षाधिकारी पूर्णिमा श्रीवास्तव को फोन लगाया गया। वह इस प्रकरण पर अनभिज्ञता जताईं। इसी क्रम में एबीएसए राजेश यादव को भी फोन किया गया लेकिन उधर से किसी बच्चे ने कॉल रिसीव किया और कहा कि पापा नहीं हैं।
खबर मिली है कि इस कार्रवाई की भनक लगने के बाद एबीएसए के लोगों ने भाजयुमो के प्रदेश मंत्री योगेश सिंह सहित अन्य नेताओं पर दबाव बनाना शुरू किया लेकिन उनकी एक नहीं चली। उसके पूर्व भाजयुमो नेता ने भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, विधायक डॉ.संगीता बलवंत को लिखित रूप से अवगत करा दिए थे। मालूम हो कि पूर्ववर्ती सपा सरकार में एबीएसए राजेश यादव की तूती बोलती थी।
जनाब मुहम्मदाबाद में तैनात थे लेकिन पूरे जिले के शिक्षकों की खबर लेते थे। यहां तक कि अपने खिलाफ आवाज उठाने वाले शिक्षकों के खिलाफ उन्होंने आरोप लगवाए। फिर उसके जांच अधिकारी बने और उन शिक्षकों को जेल तक भेजवाए। प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी तब उनके खिलाफ बलिया सांसद भरत सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, एमएलए डॉ.संगीता बलवंत ने शासन को चिट्ठी लिखी। बावजूद राजेश यादव भाजपा में भी एक विधायक को पकड़ कर अपनी कुर्सी सुरक्षित रखने में सफल रहे लेकिन हाल ही में गाजीपुर आए प्रभारी मंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी एबीएसए को तत्काल इधर से उधर करने का निर्देश दिया। उसके बाद राजेश यादव सदर एबीएसए के पद पर आ गए।